निःसंतान दंपति के लिए माखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर बना वरदान, IVF पद्धति से 58 वर्ष की महिला बनी मां…डॉ, प्रतिभा माखीजा ने कहा – IVF पद्धति से अधिक उम्र की महिला भी बन सकती हैं मां
जांजगीर-चांपा के बाराद्वार की रहने वाली राम कुमारी जायसवाल ने माखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में एक स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया | उनको मां बनने की ख़ुशी शादी के 42 वर्ष बाद मिली | रामकुमारी के 64 वर्षीय पति खुलेश्वर प्रसाद जायसवाल ने बताया की उनकी शादी सन 1977 में हुई थी | आज शादी को लगभग 42 साल हो चुके है | शादी के बाद एक बार गर्भपात हो चुका था | उसके बाद उन्होंने तीन से चार साल तक कोई भी इलाज नहीं कराया है |
लम्बे समय से इंतजार करने के बाद भी कोई संतान नहीं हुआ, तो उन्होंने कोरबा के एक निजी अस्पताल में लगभग 3-4 साल तक इलाज कराया, इसके बाद भी सफलता न मिलने पर बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज करना शुरू किया जहां पर उनको बताया गया कि उनकी पत्नी कि फेलोपियन ट्यूब बंद है | उन्होंने वहा भी लगभग पांच साल लगातार इलाज कराया लेकिन इसके बावजूद भी सफलता हाथ नहीं लगी |
आखिर में हतास होकर उन्होंने इलाज कराना बंद कर दिया, अंत में थक- हारकर घर बैठ गए तभी उन्हें माखीजा टेस्ट ट्यूब बेनी सेंटर के बारे में पता चला और उन्होंने वहा इलाज कराना शुरू किया, जहां पर उनको पता चला की ट्यूब बंद होने के साथ ही बच्चे दानी में भी गांठ है |
माखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के डॉक्टर ने उनको लेप्रोस्कोपी के द्वारा इलाज कराने की सलाह दी, उनकी सहमति होने पर डॉक्टर ने लेप्रोस्कोपी की सहायता से बच्चे दानी की गांठ को निकाला. फिर उन्होंने वही से आईवीएफ की प्रक्रिया अक्टूबर 2018 में शुरू करवाया, जो पहली बार में सफल रहा |
गर्भावस्था के अंतिम महीनों में उनकी पत्नी को उम्र के साथ ब्लडप्रेशर की भी समस्या होने लगी, जिसे डॉक्टर की सलाह से नियंत्रित किया गया | इसके बाद वे लगातार अपनी डॉक्टर के संपर्क में रही | गर्भवस्था की अवधि पूर्ण होने उन्होंने डॉ प्रतिभा माखीजा के देख-रेख में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, जिसे पाकर दोनों दंपतिऔर उनका परिवार बहुत खुश हैं |
माखीजा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर की डॉक्टर प्रतिभा माखीजा ने बताया कि अधिक उम्र में भी आईवीएफ पद्धति से मां बनाना संभव है |