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थोड़े से विचार से बहुत बड़ा बदलाव आया है। एक व्यापारी उसकी पत्नी और दो बच्चों के शव एक बंद अपार्टमेंट में पाए गए।

कोलकाता। घटना पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की है। घर के मुखिया, उसकी पत्नी और बेटी और छोटे बेटे के शव यहां एक फ्लैट में अत्यधिक सड़ी हुई हालत में पाए गए। पता चला है कि महिला और उसके दो बच्चों की उसके पति ने हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को मिले एक कागज के टुकड़े से इस रहस्य का खुलासा हुआ। हालांकि, मामले की जांच चल रही है।

तीन शव फर्श पर मिले, जबकि एक खारदाह इलाके में एमएस मुखर्जी रोड पर स्थित एक अपार्टमेंट में लटका हुआ पाया गया। पुलिस के अनुसार, रविवार को इलाके के निवासियों ने पुलिस को एक बंद अपार्टमेंट से निकलने वाली दुर्गंध के कारण किसी भी अप्रिय घटना की संभावना के बारे में सूचित किया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घर से चार शव बरामद किए। उनकी पहचान 52 वर्षीय कपड़ा व्यापारी वृंदावन कर्माकर, पत्नी देबलीना, 17 वर्षीय बेटी और आठ वर्षीय बेटे के रूप में हुई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि व्यवसायी की पत्नी, बेटी और बेटे के शव फ्लैट में अलग-अलग पड़े पाए गए। चारों की हालत गंभीर थी। बदबू के कारण बदबू दूर-दूर तक फैल गई। पुलिस ने उन्हें आगे की जांच के लिए अस्पताल भेज दिया है।

पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से उसकी पत्नी द्वारा लिखा गया एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। कथित तौर पर दिवंगत कपड़ा व्यापारी वृंदावन करमाकर द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि उनकी पत्नी के गैर-पुरुषों के साथ शारीरिक संबंध थे, जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सकते थे, और वह इस निराशाजनक परिवार को खत्म करने जा रहे थे। पुलिस को संदेह है कि व्यक्ति ने पहले अपनी पत्नी और दो बच्चों को जहर देकर मार डाला और फिर आत्महत्या कर ली। हालांकि, मामले में आगे की जांच जारी है।

इस साल मार्च में पड़ोसी बर्धमान जिले के दुर्गापुर के कुरियालियादंगा इलाके से एक दंपति और उनके दो बच्चों के शव भी बरामद किए गए थे। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, परिवार के मुखिया का शव छत में एक हुक से लटका हुआ पाया गया, जबकि उसकी पत्नी और दो बच्चों के शव बिस्तर पर पड़े थे।

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