CG Liquor Scam : पूर्व IAS टुटेजा भेजे गए जेल, कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक रिमांड की मंजूर…20 को होगी पेशी
CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले को लेकर ACB और EOW लगातार कार्रवाई कर रही है। एक के बाद एक जांच और मामले में संलिप्त लोगों को समन भेजे जा रहे हैं। वहीं, आज ईडी ने रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को विशेष कोर्ट पेश किया गया, जहां विशेष कोर्ट ने अनिल टुटेजा को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। बता दें कि अनिल टुटेजा 20 मई तक जेल में रहेंगे।
शराब घोटाला केस में नई ECIR दर्ज होने के बाद ईडी की टीम एक्शन मोड पर आ गई है। नई ECIR दर्ज होने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय अगले एक सप्ताह में शराब घोटाला केस से जुड़े लोगों पर एक्शन ले सकता है। जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय ने आबकारी केस में नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। इस दौरान शराब कारोबारियों और अधिकारियों की गिरफ्तारी हो सकती है। ईडी ने रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को हफ्तेभर पहले हिरासत में लिया। बेटे को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया और रविवार की सुबह ईडी ने गिरफ्तारी के बाद टुटेजा को कोर्ट में पेश किया। नियमित कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। तीन दिन बाद उन्हें ईडी ने अपनी रिमांड पर लिया और लंबी पूछताछ की। 4 मई को टुटेजा की दो दिन की रिमांड मिली, जिसके बाद उन्हें सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया था।
ईडी ने कथित घोटाले में नई ईसीआईआर 4/2024 दर्ज की है। इसी की जांच के तहत रिटायर्ड आईएएस टुटेजा को हिरासत में लिया था। नई रिपोर्ट शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी हुई है, जो पूर्व की ईसीआईआर में नहीं था। यही वजह है कि सालभर पहले वाली ईसीआईआर को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। नई रिपोर्ट में ईडी अनिल टुटेजा को ही पूरे घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग का मास्टरमाइंड बता रही है। ईडी का कहना है कि सरकार के पॉवरफुल अफसर होने की वजह से उन्होंने सिंडिकेट बनाकर पूरे घोटाले की साजिश रची। इस साजिश में उन्होंने ही कारोबारी अनवर ढेबर और अफसर एपी त्रिपाठी को शराब की मार्केटिंग के लिए बनाए गए कॉर्पोरेशन का एमडी बनवाया था। ईडी ने डेढ़ दर्जन पन्नों में गिरफ्तारी के लिए आधार तैयार किया था। इन पन्नों में ईडी ने बताया है कि शराब घोटाला क्या था? इस में अपराध कैसे हुआ? कैसे मनी लॉन्ड्रिंग की गई? और आखिर में इसमें अनिल टुटेजा की क्या भूमिका थी। ईडी ने अनिल टुटेजा को कथित शराब घोटाले का ‘आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम’ लिखा है।