IAS ने विधायक से की शादी : BJP विधायक और IAS परी की शाही शादी के गवाह बने नेता-अभिनेता, देखें Royal Wedding की खूबसूरत तस्वीरें
IAS Pari and MLA Bhavya bishnoi Reception: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल के पोते और आदमपुर से विधायक भव्य बिश्नोई ने आईएएस परी बिश्नोई के साथ शादी रचा ली। इसकी तस्वीरें उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी साझा की हैं। यह शादी बहुत ही चर्चा में भी रही। दोनों 22 दिसंबर को शादी के बंधन में बंध गए।
इस बहुचर्चित शादी में सिर्फ हरियाणा ही नहीं सात राज्य और केंद्र शासित राज्यों के 4 लाख से ज्यादा मेहमान शिकरत करेंगे। इसके लिए वीवीआईपी मेहमानों समेत आम लोगों को भी न्योता दिया गया है।
शादी की शुरू हुईं तैयारियां
9 दिसंबर को भव्य बिश्नोई का डोरा आने रस्म हुई थी, जिसके साथ ही औपचारिक रूप से उनकी और आईएएस परी की शादी की तैयारियां शुरू हो गईं थी। दोनों की शादी 22 दिसंबर को राजस्थान के उदयपुर में हुई।
कौन हैं IAS परी बिश्नोई
परी का जन्म राजस्थान के बीकानेर में हुआ था। परी राजस्थान कैडर की 2020 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वह सिक्किम के गंगटोक में एसडीएम के पद पर तैनात हैं।
साल 2019 में परी ने यूपीएससी परीक्षा में 30 रैंक हासिल की थी। बताया जा रहा है कि परी ने डेप्यूटेशन पर हरियाणा में पोस्टिंग मांगी थी, जिसे स्वीकृति भी मिल गई थी।
कौन है भव्य बिश्नोई
भव्य बिश्नोई हरियाणा से भाजपा विधायक है। वे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते है। भव्य बिश्नोई आदमपुर सीट से ही भाजपा के विधायक हैं. आदमपुर भजनलाल परिवार का गढ़ रहा है। स्वर्गीय भजनलाल के अलावा कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई आदमपुर से विधायक रह चुके हैं.
जानकारी के अनुसार पुष्कर के एक निजी होटल में आयोजित समारोह में परिवार से जुड़े लोग ही हिस्सा लेंगे. उदयपुर में वैवाहिक समारोह संपन्न होने के बाद 26 दिसंबर को हरियाणा के आदमपुर में दूसरा रिसेप्शन कार्यक्रम आयोजित होगा. जहां करीब एक लाख मेहमान पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
कुलदीप बिश्नोई ने इस रिसेप्शन के लिए हिसार लोकसभा क्षेत्र के सभी गांव को न्योता भेजा है. तीसरा रिसेप्शन 27 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित होगा. इस रिसेप्शन के लिए कुलदीप बिश्नोई ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, समेत मोदी सरकार के तमाम मंत्रियों सांसदों और राजनीतिक जगत के दिग्गजों को न्योता भेजा है.
पिता रहे सरपंच और मां हैं थानेदार
परी के पिता का नाम मणिराम बिश्नोई है जो पेशे से वकील हैं, वहीं उनकी मां सुशीला बिश्नोई थानेदार हैं। परी के पिता चार बार लगातार सरपंच भी रह चुके हैं। परी की शुरुआती पढ़ाई अजमेर के सेंट मेरीज स्कूल से हुई और उसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चली आईं।
DU में पढ़ाई के दौरान मिली IAS क्लियर करने की प्रेरणा
परी ने अपनी ग्रैजुएशन की पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से की जहां से उन्होंने सिविल सर्वेंट बनने की ठान ली। इसके बाद उन्होंने अजमेर के एमडीएस यूनिवर्सिटी से पोस्ट-ग्रेजुएशन किया।
परी ने यूपीएससी की तैयारी के दौरान ही नेट परीक्षा और जेआरएफ के लिए क्वालिफाई कर लिया। लेकिन उनके दिमाग में उनका लक्ष्य साफ था कि उन्हें आईएएस ही बनना है। इस तरह वह अपने तीसरे प्रयास में साल 2019 में सफल हुईं और आईएएस परीक्षा में 30वीं रैंक हासिल की।