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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों से की अपील, बोले – दीपावली पर मिट्टी से बने परम्परागत दिये के उपयोग को करें प्रोत्साहित….गोवर्धन पूजा के दिन मनाया जाएगा ‘गौठान दिवस‘….प्रदेश के सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति के अनुरूप दीपावली पर मिट्टी से बने परम्परागत दिये के उपयोग को प्रोत्साहित करने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए है । मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा है कि ग्रामीणों और कुम्हारों द्वारा दीपावली पर मिट्टी के दिये बनाकर बेचा जाता है। मिट्टी के दिये बेचने वालों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। नगर पालिक-नगर पंचायत क्षेत्र के अधिकारियों को निर्देशित किया जाए कि मिट्टी के दिये बेचने वालों से किसी भी तरह के कर की वसूली नहीं की जाए और आमजनों को मिट्टी के दिये का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

छत्तीसगढ़ राज्य में दीपावली त्यौहार के पश्चात गोवर्धन पूजा की मान्यता तथा परम्परा है। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के अंतर्गत निर्मित गौठानों में गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाया जाएगा। राज्य सरकार के कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सुराजी गांव योजना के तहत गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाए जाने के संबंध में प्रदेश के सभी कलेक्टरों और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

जारी निर्देश के अनुसार सुराजी गांव योजना के तहत चयनित गांवों में गौठान निर्मित किए गए हैं, जहां गौवंश प्रतिदिन आते है। गोवर्धन पूजा के दिन उन गौठानों में गौठान दिवस मनाने का निर्णय राज्य शासन द्वारा लिया गया है। कार्यक्रम में परम्परागत पूजा-अर्जना की जाएगी। इसके अतिरिक्त गौठान दिवस के पूर्व गौठान सेवा समिति का गठन सुनिश्चित करने और गौैठान सेवा समिति को औपचारिक रूप से कार्यभार गौठान दिवस में सौंपे जाने के संबंध में निर्देश दिए गए हैं।

गौठान समिति के बैंकों में तत्काल खाता खुलवाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि नवम्बर माह से इन खातों में आबंटन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया स्थापित हो सके। जिलों के सभी गौठान सेवा समिति के सदस्यों के नाम और खातों की जानकारी 10 नवम्बर तक संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि नवीन गौठान चयनित और स्वीकृत हांे तो उनका भूमि-पूजन भी पंचायत एवं ग्राम के समक्ष गौठान दिवस पर कराया जाएगा।

महिला स्व-सहायता समूहों को जो गौठान में कार्य करते हैं और जो भविष्य में गौठान सेवा समिति के साथ गौठान कार्याें का संपादन करेंगे, इन सभी स्व-सहायता समूहों की सहभागिता भी गौठान दिवस के कार्यक्रम में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

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