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पंजाब के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी घमासान शुरू, जानिए क्या है पूरा मामला

छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य जहां कांग्रेस 90 विधानसभा सीट में से 70 पर काबिज है. पूरे देश में अगर कहीं कांग्रेस सबसे ज्यादा मजबूत दिखाई दे रही है तो इस राज्य का नाम छत्तीसगढ़ है. मध्यप्रदेश , राजस्थान और पंजाब जैसी कोई खबरें अब तक छत्तीसगढ़ से नहीं आ रही थीं. लेकिन अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के अंदर घमासान शुरू हो गया है.

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव के इशारे पर सुरगुजा जिला में उनके काफिले पर हमला कराया गया। विधायक बृहस्पत सिंह ने दावा किया कि शनिवार शाम को अंबिकापुर शहर में उनके काफिले पर हुए हमले के पीछे कारण यह है कि उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रशंसा की थी जिन्हें सिंह देव पसंद नहीं करते हैं।

क्या है मामला
दरअसल कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी गाड़ी पर शनिवार की रात हमला हो गया. रामानुजगंज सीट से सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक ने आरोप लगाया कि तीन लोगों ने उन पर हमला किया। इनमें से एक ने बताया कि वह मंत्री का दूर का रिश्तेदार है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वाहन चालक की शिकायत के आधार पर तीन आरोपियों सचिन सिंह देव, धन्नो उराव और संदीप रजक को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि घटना के सही कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है और आगे की जांच की जा रही है।

अंबिकापुर में एफआईआर दर्ज होने के बाद जब आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई उसके बाद मामला शांत होने लगा था. लेकिन जैसे ही बृहस्पति सिंह रायपुर पहुंचे यहां से पूरी कहानी बदल गई. कुछ ही देर बाद बृहस्पति सिंह के बंगले में 18 विधायक इकट्ठा हो गए. जो विधायक इकट्ठा हुए उसमें से अम्बिकापुर संभाग यानी स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के प्रभाव वाले क्षेत्र के भी विधायक थे. विधायकों में आपस मे करीब 2 घंटे की बातचीत होने के बाद बृहस्पति सिंह ने एक प्रेस काँन्फ्रेस की. बृहस्पति सिंह के ऊपर अंबिकापुर में हमले के बाद उन्होंने यह आरोप लगाया है. सिंह ने कहा है कि टीएस सिंहदेव मेरी हत्या कर राज्य के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. इसलिए यह हमला किया गया है. बृहस्पति सिंह ने कहा कि मेरे जैसे कुछ विधायकों की कभी भी हत्या हो सकती है. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग की है कि टीएस सिंहदेव को तत्काल मंत्रिमंडल से हटाया जाए. बृहस्पति सिंह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी को भी इस बाबत पत्र लिखा है.

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव पर हत्या का आरोप लगाने वाले कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह यहीं नहीं रुके. उन्होंने आरोप लगाया कि सिंहदेव सरजुगा में हिटलरशाही चलाते हैं. सिंह के इस आरोप के बाद उनके घर पर बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी के विधायक जुट गए हैं. करीब दो दर्जन विधायक उनका कुशलक्षेम जानने के लिए पहुंच गए हैं. आपको बता दें कि कल रात अंबिकापुर में विधायक बृहस्पति सिंह के ऊपर हमला हुआ था, जिसके बाद से प्रदेश की राजनीति में उबाल देखने को मिल रहा है |

तस्वीर आई सामने
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर विधायक दल की बैठक थी, यहां प्रदेश प्रभारी पी. एल.पुनिया भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के बीच में पी.एल.पुनिया बैठे थे. कुछ देर बाद आरोप लगाने वाले बृहस्पति सिंह और स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव की तस्वीर सामने आ गई. स्वास्थ्य मंत्री बाहर निकले और बोले विधायक दबाव में भावना में ऐसा बोल गए हैं. पार्टी फोरम की बातचीत है इस पर ज्यादा नहीं बोलूंगा. ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री के फ़ॉर्मूले पर स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने कहा नो कमेंट.

अब सियासी बवाल
सरगुजा इलाके में मंत्री टीएस सिंहदेव की सियासी पैठ काफी मजबूत है। इस इलाके से कांग्रेस के विधायक बृहस्पति सिंह के साथ हुई यह घटना अब सियासी बवाल के तौर पर तब्दील हो चुका है। भाजपा इसे गुटबाजी बता कर कांग्रेस पर निशाना साध रही है।

अब आगे क्या ?
छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तभी से ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री बने रहने के फार्मूले की चर्चा हो रही है. 17 जून 2021 को भूपेश बघेल के ढाई साल पूरे भी हो चुके हैं. उसके बाद से ही प्रदेश में नेतृत्व बदलने की चर्चा शुरू हुई है. हालांकि कांग्रेस आलाकमान ने कभी खुलकर इस पर कोई बात नहीं की. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया ने जरूर कई बार ये बात कही है की ढाई-ढाई साल कोई फॉर्मूला नहीं है. ऐसे में वो कई सवाल हैं जो छत्तीसगढ़ में राजस्थान, मध्यप्रदेश और पंजाब में हुए घटनाक्रम की ओर इशारा करते हैं |

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