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सकरी बटालियन के बाउंड्रीवाल के चलते सैकड़ों किसानों पर आई संकट, खेती-किसानी का काम अटका….बाउंड्रीवाल बनाकर बटालियन ने रोका रास्ता….किसान परिवार दे रहे आत्मदाह की चेतावनी…शासन-प्रशासन ने साधी चुप्पी

सकरी बटालियन प्रशासन की लापरवाही के चलते खेती-किसानी के दिनों में किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, किसानों के खेत जाने वाले रास्ते में बाउन्ड्रीवाल निर्माण कर बटालियन ने रास्ता रोक दिया है, जिससे सैकड़ो किसानों की खेती-किसानी संकट में फंस गई है, जबकि इस मामले में तहसीलदार ने बटालियन को किसानों को 20 फिट का रास्ता दिए जाने का आदेश दिया था, वही किसानों ने रास्ता नहीं देने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है |

बता दें कि बिलासपुर के सकरी में छग दूसरी बटालियन की कालोनी है, जहा पर बटालियन प्रशासन तहसीलदार के न्यायालय की अवहेलना कर किसानों के हितों की अनदेखी करते हुए खेत जाने वाले रास्ते में बाउन्ड्रीवाल निर्माण कर रास्ता रोक दिया गया है, बटालियन प्रशासन ने खेत जाने के रास्ते में बीचो-बीच बाउन्ड्रीवाल बना दी है, जिससे किसानों का खेत आने जाने का रास्ता ही बंद हो गया है |

किसान बटालियन कालोनी बसने के पहले से कई सालो से वहां खेती करते आ रहे है, खेती के लिए किसानों का वही आना जाने का रास्ता होता था, इस रास्ते पर सकरी बटालियन ने बाउन्ड्रीवाल का निर्माण कर रास्ता रोक दिया है, इससे सकरी के 100 से अधिक किसानों की 400 एकड़ जमीन की खेती-किसानी संकट में फंस गई है |

किसान ने दी आत्मदाह करने की चेतावनी
तहसीलदार के आदेश के बाद भी सकरी बटालियन द्वारा किसानों को रास्ते नहीं दिए जाने से परेशान होकर किसानों ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है | किसानों का कहना है कि पिछले साल भी बटालियन प्रशासन द्वारा खेत जाने वाले रास्ते में बाउन्ड्रीवाल के कारणवे पिछले साल खेती नहीं कर पाए थे, जिसके कारण वे काफी कर्ज में डूब चुके है | किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सात दिनों के अंदर उन्हें रास्ता नहीं मिलता है तो वे पुरे परिवार के साथ कलेक्टोरेट के सामने आत्मदाह कर लेंगे |

तसीलदार ने 20 फिट रास्ता देने का दिया था आदेश
न्यायालय अतिरिक्त तहसीलदार ने किसानों के हित में फैसला लेते हुए बटालियन प्रशासन को 13 अगस्त 2018 को किसानों को खेती के लिए 20 फिट रास्ता देने का आदेश दिया था, इसके बाद भी बटालियन प्रशासन ने तहसीलदार न्यायालय की अवहेलना करते हुए बाउन्ड्रीवाल का निर्माण किया गया है, जिसके कारण कई किसान खेती नहीं कर पाए है |

बंद कमरे में बैठक कर चले गए डीआईजी
बटालियन किसान विवाद के मामले में पिछले दिनों डीआईजी के समेत कई अफसर बिलासपुर पहुंचे हुए थे, लेकिन इन अफसरों ने किसानों की समस्या को अनदेखी करते हुए बंद कमरे में ही बटालियन प्रशासन से चर्चा करने के बाद बिना किसानों से मिले वापस चले गए | बता दें कि इस मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस मुख्यालय रायपुर ने इस पुरे मामले की जाँच की जिम्मा डीआईजी बटालियन आरपी राव को सौपा है |

विधायक शैलेश पांडेय विधानसभा में उठाएंगे मामला
बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि किसानों को न्याय दिलाया जाएगा, विधायक पांडेय ने इस पूरे मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही है | विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि किसानों कि समस्या से निजात दिलाने के लिए कई बहार बटालियन कमांडो और एसडीएम कोटा को कहा जा चुका है, लेकिन वे इसे गंभीरता से नहीं ले रहे है |

स्टे लगने के बाद बीच किया गया निर्माण
किसानों द्वारा अपील किए जाने के बाद तत्कालीन नायब तहसीलदार ने बाउन्ड्रीवाल निर्माण रोकने के लिए स्टे लगा दिया, इसके बावजूद भी बाउन्ड्रीवाल निर्माण जारी रखा गया, तसीलदार बटालियन प्रशासन को आदेश दिया था निर्देशित कि निर्माण किया गया बाउन्ड्रीवाल तोड़कर किसानों को उनके खेत तक पहुंचने के लिए 20 फीट का रास्ता दिया जाए। इसके बाद तात्कालीन कमाण्डेंट ने बाउन्ड्री तुड़वाकर किसानों को रास्ता दिया। नये कमाण्डेंन्ट के आने के बाद परिसर में चल रहे बाउन्ड्रीवाल के निर्माण को आगे बढाते हुए कुछ दूर तक के ही किसानों को रास्ता दिया गया।

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