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बिग ब्रेकिंग : छत्तीसगढ़ बीजेपी में बड़ा उलटफेर, अरुण साव बने छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष….जानिए नए प्रदेश अध्यक्ष के सियासी सफर के बारे में

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नईदिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आयी है। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया है, अब नए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सांसद अरुण साव को दी गई है।

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अरुण साव विद्यार्थी संगठन एबीवीपी के प्रदेश मंत्री रह चुके हैं। वे हाईकोर्ट के उपमहाधिवक्ता भी रहे हैं, इस दौरान उन्होंने कहा है कि वे पूरी ईमानदारी से पार्टी के लिए काम करेंगे और प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनाने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वे अटल जी के सपनों को छत्तीसगढ़ साकार करेंगे।

छत्तीसगढ़ भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को राष्टीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बदल दिया है और बिलासपुर सांसद अरुण साव को प्रदेश की कमान सौंप दी है।

अरुण साव को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से उनके यहां शुभचिंतकों का पहुंचना शुरू हो गया है, भाजपा कार्यकर्ता उनसे मिलकर नई जिम्मेदारी के लिए बधाई देने पहुंच रहे हैं।

नव नियुक्त अरुण साव साहू समाज से हैं। पेशे से वकील अरुण 25 नवंबर 1968 को मुंगेली के लोहड़िया गांव में जन्मे तथा कबीर वार्ड मुंगेली में रह कर पले बढ़े हैं। बीकाम एसएनजी कॉलेज मुंगेली से और एलएलबी बिलासपुर से किया। 80 के दशक में मुंगेली के मंडल अध्यक्ष तथा 1977 से 2000 तक जरहागांव विधानसभा क्षेत्र के चुनाव संचालक रहे पिता अभयराम साव से घुटी में संघ और जनसंघ के संस्कार मिले।

कैसा रहा सियासी सफर

– 1990 से 95 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की मुंगेली तहसील इकाई के अध्यक्ष, जिला संयोजक से प्रांतीय सह मंत्री और राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य बने। मुंगेली कालेज में कक्षा प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों में साहू समाज युवा प्रकोष्ठ मुंगेली के तहसील सचिव, जिला अध्यक्ष फिर छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू समाज के सह संयोजक बने। भाजपा की राजनीति में पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के साथ युवा मोर्चा से शुरुआत की थी।

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– 1996 से 2005 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा में विभिन्न पदों पर रहे। 1998 में दशरंगपुर से जनपद पंचायत के सदस्य के पद के लिए भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। 1996 से मुंगेली, 2001 में उच्च न्यायालय बिलासपुर में वकालत किया। 2004 में छत्तीसगढ़ शासन के पैनल लॉयर, 2005 से 2007 तक उप शासकीय अधिवक्ता, 2008 से 2013 तक शासकीय अधिवक्ता और 2013 से 2018 तक उप महाधिवक्ता छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के पद पर कार्यरत रहे।

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