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बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली मांग को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने GVK ऑफिस में किया हंगामा, ज्वानिंग नहीं देने पर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

बर्खास्त संजीवनी कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर आज छतीसगढ़िया क्रांति सेना ने जीवीके के दफ्तर में जमकर हंगामा मचाया | क्रांति सेना का कहना है प्रदेश के युवाओं से काम लेने के बाद उन्हें बर्खास्त कर जीवीके कंपनी दूसरे प्रदेश के लोगों का भर्ती कर उनसे सेवाएं ले रही है |

बता दें कि संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस 102 के कर्मचारियों को पिछले 9 महीने से काम से बर्खास्त कर उनके जगह दूसरे प्रदेश के लोगों के सेवाएं ले रही है | इस बात को लेकर आज छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल के नेतृत्व में क्रांति सेना ने जीवीके के दफ्तर में धावा बोला | क्रांति सेना जीवीके के अधिकारी लिंगराज दास से बर्खास्त कर्मचारियों की ज्वानिंग की मांग की |

इस पर जीवीके हेड लिंगराज दास ने आपातकालीन सेवा होने के कारण दूसरे राज्यों की लोगों की सेवा लेने की बात कही इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आपातकालीन सेवा हमें संचालित करना है, अगर कोई व्यक्ति 6-7 महीने से काम में नहीं आएगा तो उसके जगह दूसरे व्यक्ति को काम पर रखना पड़ेगा ही |
वही कर्मचारियों का कहना है कि 9 महीने बीत जाने के बाद भी कंपनी ने हमें ज्वानिंग नहीं दी और दूसरे प्रदेश के लोगों को की भर्ती कर उनसे सेवाएं ले रहे है | बता दें करीब 9 माह बाद भी बर्खास्त संजीवनी कर्मचारियों की आज तक जॉइनिंग नहीं हुई है।

वही इस पर प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने कहा कि संजीवनी और महतारी की कर्मचारियों ने अपनी मांग को लेकर हड़ताल किया है और अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करना को असवैधानिक नहीं है, बल्कि कर्मचारियों ने सवैधानिक रूप से हड़ताल की है | इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इतने माह से काम लेने के बाद आज ये कंपनी दूसरे राज्य के लोगों को भर्ती कर उनसे सेवाएं ले रही है |

छतीसगढिहा क्रांति सेना ने इस पूरे मामले को लेकर अपनी बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से रखने की बात कही है | इसके साथ ही अगर कर्मचारियों के हित में फैसला नहीं आने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है |

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