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छत्तीसगढ़ में “टीम भूपेश” बनकर तैयार, जानिए भूपेश कैबिनेट में जगह बनाने वाले इन विधायकों में क्या है खासियत

भूपेश सरकार का मंत्रिमंडल बनकर बनकर तैयार हो गया है, आज राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मंत्रिपरिषद के 9 सदस्यों को मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई, भूपेश मंत्रिमंडल में जातिगत, सामाजिक समीकरण और वरिष्ठता के आधार पर 11  विधायकों को मंत्री बनाया गया है, जबकि अभी एक मंत्री पद पर नाम सस्पेंस रखा है |

बता दें कि मुख्यमंत्री शपथ समारोह के दिन 17 दिसम्बर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ अंबिकापुर विधायक टीएस सिंहदेव और दुर्ग ग्रामीण विधायक ताम्रध्वज साहू शपथ ले चुके है |

ब्राहम्ण वर्ग का प्रति निधित्व करने वाले वरिष्ठ मंत्री और छत्तीसगढ़ राज्य के तीसरे नेता प्रतिपक्ष बेमेतरा जिले के साजा धमधा विधानसभा के विधायक हैं, रविंद्र चौबे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता होने के साथ ही सात बार विधानसभा चुनाव जीत चुके है | जातिगत और वरिष्ठता के आधार पर मंत्री बनाया गया है |

सुकमा से पहली बार किसी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है, कवासी लखमा कोंटा सीट से लगातार पांचवी बार विधायक बने हैं। बस्तर से आदिवासी प्रतिनिधित्व करने के कारण कवासी लखमा को  मंत्री बनाया गया।

प्रदेश में एकमात्र अल्पसंख्यक नेता होने के साथ ही मो. अकबर जोगी सरकार में मंत्री रह चुके है | इस बार उन्होंने विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा मतों से जीत हासिल किया है, मो अकबर दो बार से विधायक चुने गए है |

इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी से प्रभावित होकर राजनीति में आने वाले जयसिंह अग्रवाल कोरबा से तीन बार के विधायक है |  जयसिंह युवावस्था से ही सामाजिक एवं राजनैतिक क्षेत्र में रूची रही।

शिव डहरिया वर्तमान में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं और सतनामी समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं, इस बार डहरिया सीट बदलकर आरंग से चुनाव जीते हैं |


इस बार कांग्रेस पार्टी से जितनी भी महिला उम्मीदवार चुनाव जीती हैं, उसमें अनिला भेड़ियाँ वरिष्ठ हैं। भूपेश टीम में महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए अनिला भेड़िया को शामिल किया गया है, वे डौंडीलोहारा विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक बनी हैं | इसके साथ ही महिला और आदिवासी वर्ग की शर्त पूरी करती हैं।

डॉ प्रेमसाय सिंह पहले भी मंत्री रह चुके है, और वे सरगुजा का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने  बीजेपी प्रत्याशी व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा को 14 हजार 300 मतों से हराया था |


सतनामी समाज के धर्म गुरु परिवार से ताल्लुक रखते हैं। अहिवारा सीट से दूसरी बार के विधायक। प्रदेश में जातिकरण समीकरण को देखते हुए रूद्र गुरु को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है |

उमेश पटेल भूपेश केबिनेट के सबसे काम उम्र के मंत्री है | झीरम घाटी हमले में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के मौत के बाद उमेश ने कार्पोरेट कंपनी की बड़ी नौकरी छोड़कर राजनीतिक विरासत संभाली। उमेश ने खरसिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रतिद्वंदी ओमप्रकाश चौधरी को हराया था |

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