देश - विदेश

1700 सांसदों और विधायकों के खिलाफ चार हजार से ज्यादा दर्ज हैं आपराधिक मामले, जल्द होगा सत्र अदालतों में सुनवाई, SC ने दिया आदेश

देश के 1700 से ज्यादा सांसदों और विधायकों पर आपराधिक मालमे चल रहे हैं, यह सभी मामले में अलग-अलग अदालतों में लंबित हैं |  सुप्रीम कोर्ट को मंगलवार को बताया गया कि 4,122 आपराधिक मामले मौजूदा और पूर्व विधायकों व सासंदों के खिलाफ लंबित हैं । सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ एक जनहित याचिका पर वर्तमान और पूर्व विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों से संबंधित मुद्दों पर विचार कर रही है |

शीर्ष अदालत ने विभिन्न हाईकोर्ट से मौजूदा और पूर्व विधायकों के खिलाफ लंबित आपराधिक मामलों पर एक विस्तृत डाटा मांगा है । इसका मकसद पर्याप्त संख्या में स्पेशल कोर्ट को स्थापित करना है, ताकि इन मामलों को जल्द से जल्द निपटाया जा सके । वरिष्ठ वकील विजय हंसारिया इस मामले में बतौर एमिकस क्यूरिस मदद कर रहे हैं। उन्होंने एडवोकेट स्नेहा कालिता के साथ मिलकर राज्यों और हाई कोर्ट से मिले डेटा को हासिल किया और उसे सुप्रीम कोर्ट में जमा किया।

जानकारी के अनुसार वरिष्ठ अधिवक्ता विजय हंसारिया और अधिवक्ता स्नेहा कालिता इस मामले में न्यायमित्र की भूमिका में हैं, बता दें कि उन्होंने राज्यों और उच्च न्यायालयों से प्राप्त डेटा SC में पेश किया, पेश किये गये डेटा के अनुसार 264 मामलों में उच्च न्यायालयों ने सुनवाई पर रोक लगा दी है,  जबकि 1991 से लंबित कई मामलों में तो आरोप तक तय नहीं किये गये हैं |  अधिवक्ता एवं भाजपा नेता अश्चिनी उपाध्याय की उस याचिका पर अदालत सुनवाई करेगी, जिसमें आपराधिक मामलों में दोषी सिद्ध नेताओं पर ताउम्र प्रतिबंध लगाने की मांग की गयी है,  इस क्रम में SC निर्वाचित प्रतिनिधियों से जुड़े इस तरह के मामलों में तेज सुनवाई के लिए विशेष अदालतें गठित करने पर भी विचार करेगा |

Back to top button
close