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IAS AK Sharma : PM मोदी के करीबी IAS अफसर अरविंद शर्मा की आज होगी BJP में एंट्री, CMO से PMO तक मोदी के साथ रहे हैं ‘शर्माजी’, जानें क्‍यों चर्चा में हैं ये IAS अफसर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी आईएएस अफसर अरविंद कुमार शर्मा के वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने के साथ ही सियासी गलियारों में उनके राजनीति में एंट्री की चर्चा तेज हो गई है। अरविंद कुमार शर्मा गुजरात कैडर के आईएएस अफसर हैं, उनके रिटायरमेंट में दो साल बाकी थे। उससे पहले ही उन्होंने वीआरएस ले लिया है। अब ‘शर्माजी’ के भाजपा ज्‍वॉइन करके उत्‍तर प्रदेश की राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चा ये भी है कि अरविंद कुमार शर्मा को योगी सरकार एक अहम जिम्मेदारी दे सकती है। ऐसे में हम आपको आईएसएस अरव‍िंद कुमार शर्मा के अब तक के सफर के बारे में बता रहे हैं।

1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस हैं अरविंद कुमार शर्मा

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में 11 अप्रैल 1962 को जन्‍मे अरविंद कुमार शर्मा 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस हैं। पिता का नाम शिवमूर्ति राय है। अरविंद ने पॉलिटिकल साइंस में फर्स्ट क्लास से मास्टर डिग्री प्राप्त की है। अरविंद कुमार शर्मा का रिटायरमेंट 2022 में होना था, लेकिन सोमवार को ही उन्होंने अचानक वीआरएस ले लिया। अरविंद शर्मा ने पीएम मोदी के साथ सीएमओ से पीएमओ तक काम किया है। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे, तब अरविंद शर्मा ने 2001 से लेकर 2013 तक उनके साथ मुख्‍यमंत्री कार्यालय में काम किया।

2014 में शर्मा जी को पीएमओ लेकर आ गए नरेंद्र मोदी

जब नरेंद्र मोदी पीएम बने तो वह अरविंद कुमार शर्मा को अपने साथ पीएमओ लेकर आ गए। 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे। इसके बाद उन्‍हें प्रमोशन मिला और वह सचिव बने। कोरोना संकट काल में सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) की स्थिति काफी खराब हुई तो पीएम मोदी ने अरविंद कुमार शर्मा पर ही विश्वास जताया। पीएम ने शर्मा जी को एमएसएमई मंत्रालय में सचिव के पद पर भेजा।

योगी सरकार में मिल सकती है अहम जिम्मेदारी

बता दें, उत्तर प्रदेश में आगानी विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुटी हैं। यूपी की योगी सरकार को हटाने के लिए कई छोटे दलों ने गठबंधन कर लिया है। इधर, अरविंद कुमार शर्मा के अचानक वीआएस लेने के फैसले के बाद उनके यूपी की राजनीति में आने की चर्चा होने लगी। सूत्रों के मुताबिक, मोदी के पसंदीदा अफसर अरविंद शर्मा को योगी सरकार में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। केंद्र में भी उन्हें कोई बड़ी भूमिका मिल सकती है।

आईएएस असफर से भाजपा तक…

पॉलिटिकल साइंस में फर्स्ट क्लास से मास्टर डिग्री प्राप्त ब्यूरोक्रेट का जन्म उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में 11अप्रैल 1962 को हुआ था. वह भूमिहार ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विद्यार्थी रहे अरविंद 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस रहे हैं. उन्होंने 2001 से लेकर 2013 तक गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी के साथ काम किया है. जब नरेंद्र मोदी पीएम बने तो वो अपने साथ अरविंद कुमार शर्मा को पीएमओ लेकर आ गए. 2014 में वह पीएमओ में संयुक्त सचिव के पद पर रहे. उसके बाद प्रमोशन पाकर सचिव बने थे. लॉकडाउन के बाद मुश्किल समय में पीएम मोदी ने अरविंद शर्मा पर एक बार फिर से विश्वास जताते हुए उन्हें सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रम (एमएसएमई) मंत्रालय में सचिव के पद पर भेजा.

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