राजनीति

अंतागढ़ टेपकांड मामले में SIT दफ्तर पहुंचे मंतूराम पवार…SIT गठन पर उठाया सवाल, कहा – SIT पहले कोर्ट का आदेश दिखाएं फिर दूंगा वॉइस सैंपल…ये मामला पूरी तरह से फर्जी है

प्रदेश के चर्चित अंतागढ़ टेप कांड मामले में एसआईटी के नोटिस के जवाब देने पहुंचे पूर्व विधायक मंतूराम पवार ने राज्य सरकार द्वारा टेपकांड के जांच के लिए गठित एसआईटी टीम पर सवाल उठाया है | मंतूराम ने कहा कि एसआईटी मुझ पर आरोप लगाती रहती है कि मैं जवाब देने नहीं पहुँचता | पहले एसआईटी मुझे कोर्ट का आदेश दिखाए उसके बाद मैं वॉइस सैंपल देने के बारे में सोचूंगा | इसके साथ ही मंतूराम पवार ने अंतागढ़ टेपकांड को पूरी तरह से फर्जी बताया है |एसआईटी अभी मंतूराम से पूछताछ कर रही है |

वही इस मामले में कुछ माह पहले पूछताछ के दौरान फिरोज सिद्द्की ने एसआईटी टीम को बताया कि अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मंतुराम पवार को चुनाव मैदान से हटने के लिए 7 करोड़ रुपए में सौदेबाजी हुई थी, जिसमें करीब 3 करोड़ 50 लाख रुपए एक शख्स के माध्यम से मंतुराम पवार को भिजवाया गया था। इसके साथ ही फिरोज सिद्दीकी ने बताया कि इस टेप कांड में कई दिग्गज नेता शामिल है |

बता दें कि 2015 में एक राष्ट्रीय अखबार में अंतागढ़ चुनाव में हुई खरीद-फरोख्त का खुलासा करने वाला टेप का बातचीत का कुछ कुछ अंश प्रकशित किया था, जिसमें पूर्व सीएम अजित जोगी, उनके बेटे अमित जोगी और पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता का बातचीत के अंश होने का दावा किया गया था। टेप में कथित तौर पर मंगतूराम को चुनाव में बिठाने के लिए 7 करोड़ के लेनदेन की बात थी। टेप सामने आने के बाद विपक्षी दल कांग्रेस ने जांच की मांग कि थी पर उस समय इस पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी |

ये था पूरा मामला
साल 2014 में अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा चुनाव जीता, इसलिए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी छोड़ी सीट के लिए 12 सितंबर 2014 को अंतागढ़ में उप-चुनाव हुआ। चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के अलावा 13 उम्मीदवार मैदान में थे। पर नाम वापसी की समय सीमा गुजरने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार मंगतूराम पवार ने चुनाव न लड़ने की घोषणा कर दी। मंगतूराम ने ऐसे समय मैदान छोड़ा, जब कांग्रेस दूसरा उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकती थी। इसलिए पार्टी ने एक निर्दलीय को समर्थन दिया। लेकिन भाजपा उम्मीदवार भोजराज नाग 50 हजार वोटों से जीत गए।

Back to top button
close