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राज्य शासन की बड़ी कार्रवाई…..पूर्व CM डॉ रमन सिंह के प्रमुख सचिव रहे अमन सिंह की पत्नी नृत्यांगना यास्मीन सिंह के खिलाफ जारी किया जांच आदेश….चीफ सेक्रेटरी रेणु पिल्ले करेंगी इस पूरे मामले की जांच

राज्य शासन ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के प्रमुख सचिव रहे अमन सिंह की पत्नी नृत्यांगना यास्मीन सिंह के खिलाफ सख्त कदम उठाई है, यास्मीन सिंह के नियुक्ति से लेकर उनके कार्यों पर सवाल उठाते हुए है सामान्य प्रशासन विभाग ने यास्मीन सिंह के खिलाफ जांच का आदेश जारी किया है, वही इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी चीफ सेक्रेटरी रेणु पिल्ले को दी गया है |

सामान्य प्रशासन विभाग की सचिव रीता शांडिल्य ने आदेश जारी करते हुए यास्मीन सिंह के खिलाफ पूरे मामले की जांच तीन माह की भीतर सौपने को कहा है |

सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश में लिखा है कि इंटरनेट पर उपलब्ध प्रोफाइल के मुताबिक वह देश की प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना हैं. देश के अनेक स्थानों में उनके द्वारा परफारमेंस दिए जाने का विवरण दर्ज है. ये पूर्णकालीक कत्थक नृत्यांगना हैं तथा उनके द्वारा कोई भी शासकीय कार्य नहीं किया गया है |

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में नवंबर 2005 में उनकी नियुक्ति संचालक, संचार, क्षमता विकास इकाई (सीसीडीयू) में संविदा आधार पर की गई थी. इनको इस पर बिना योग्यता के सिर्फ अमन सिंह की पत्नी होने के कारण चयनित कर लिया गया था |

नियुक्ति के दौरान उन्हें प्रतिमाह 35 हजार रूपया मानदेय तय हुआ था, जो बाद में बढ़कर गुपचुप ढंग से एक लाख प्रतिमाह कर दिया गया था |

यास्मीन सिंह 14 सालों तक संविदा अधिकारी के रूप में कार्यरत थी, लेकिन उनका ज्यादातर कार्य नृत्यांगना के रूप में प्रचारित होता था. उन्हें तत्कालीन सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा अत्यधिक मानदेय पर नृत्य हेतु आमंत्रित किया जाता था. जब छत्तीसगढ़ के अनेक वरिष्ठ कलाकार काम के लिए तरसते थे, तब उन्हें एक कार्यक्रम के लिए डेढ़- दो लाख रूपए दिया जाता था |

आदेश में लिखा गया है कि संविदा नियुक्ति 2005 में हुई थी, तब से लगातार 10 दिसंबर 2018 तक इनकी संविदा बढ़ाई जाती रही, लेकिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पास इनके कार्य, अवकाश, नृत्य प्रदर्शन हेतु अनुमति संबंधी कोई भी जानकारी नहीं दी गई है |

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