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Ram Mandir Ayodhya: मर्चुरी में 700 पोस्टमॉर्टम में सहयोग करने वाली छत्तीसगढ़ की संतोषी को मिला रामलला प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का न्योता

Ram Mandir Inauguration : श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या (Shri Ram Janmbhoomi Mandir Ayodhya) में होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कार्यक्रम की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अब कुछ ही दिन बचे हैं. इस भव्य और ऐतिहासिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra Trust) द्वारा प्रमुख शख्सियतों को आमंत्रित किया जा रहा है. इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल होने छत्तीसगढ़ के नागरिकों को भी निमंत्रण पत्र प्राप्त हुआ है, न्योता मिलने वालों की सूची में एक नाम संतोषी दुर्गा का भी है. संतोषी को अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को श्रीराम की मूर्ति की होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा के लिए आमंत्रण मिला है, संतोषी इस आमंत्रण से इतनी भावविभोर हो गईं कि उनकी आंखों से खुशियों का सैलाब उमड़ पड़ा. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) का आभार मानते हुए संतोषी ने कहा कि मॉर्च्युअरी में छोटी सी नौकरी करने वाली के काम को इतना बड़ा सम्मान मिलना काफी बड़ी बात है.

कहां रहती हैं संतोषी?
संतोषी दुर्गा कांकेर जिले के नरहरपुर की रहने वाली हैं. कांकेर जिले की जनपद पंचायत नरहरपुर के भगत सिंह वार्ड क्रमांक 05 में उनका घर है. इस आमंत्रण को लेकर उनका कहना है कि वे अतिसौभाग्यशाली हैं, जहां बड़े-बड़ों को आमंत्रण नहीं मिला, वहीं उनको प्रभु श्रीरामलला का बुलावा आया.

छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से इस आमंत्रण के बारे में कहा गया है कि ‘जा पर कृपा राम की होई, ता पर कृपा करहिं सब कोई…’ श्रीरामचरितमानस के अरण्यकाण्ड की यह चौपाई बहुत विख्यात है. प्रभु श्रीराम के वनगमन के दौरान महर्षि अगस्त्य के आश्रम में आगमन हुआ, उसके ठीक पहले उन्होंने यह बात कही कि जिस पर प्रभु श्रीराम की कृपा होती है उस पर सम्पूर्ण जगत की कृपा हो जाती है. इस चौपाई को चरितार्थ करता यह प्रसंग सामने आया है.

पेशे से स्वीपर हैं संतोषी
संतोषी दुर्गा नरहरपुर स्थित स्वास्थ्य केन्द्र में अपने पिता के साथ जाया करती थी. बाद में उनकी स्वीपर के पद पर नियुक्ति हुई. वह 700 से ज्यादा पोस्टमॉर्टम कार्य में सहयोग कर चुकी हैं. श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की ओर से जब संतोषी को निमंत्रण मिला तो उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े. उन्हें मिले आमंत्रण से पूरे नरहरपुर में खुशी का वातावरण है. स्थानीय लोगों ने भी संतोषी से भेंट कर उन्हें बधाई दी और सम्मानित किया.

अयोध्या से न्यौता मिलने पर संतोषी ने कहा कि वह सपने में भी नहीं सोची थी कि रामलला की जन्मभूमि अयोध्या से बुलावा आएगा. भगवान श्रीराम की कृपा से आमंत्रण पत्र भेज कर बुलाया गया है, यह जीवन का सबसे अविस्मरणीय पल होगा. पिछले जन्म में जरूर कुछ अच्छे कर्म रहे होंगे, जिसके प्रतिफल के रूप में भगवान श्रीराम के दर्शन करने का सौभाग्य मिल रहा है. दर्शन कर क्षेत्रवासियों की खुशहाली और तरक्की की कामना करूंगी.


श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विशेष आमंत्रण मिलने पर भावुक होते हुए संतोषी ने कहा कि भगवान श्री राम ने उंगली पड़कर मुझे अयोध्या बुलाया है. संतोषी दुर्गा के परिवार में उनके पति रविन्द्र दुर्गा सहित छह सदस्य हैं.

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