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जब सालों पहले मुख्यमंत्री पिता ने कहा था – “मेरे बेटे में भारत का चीफ जस्टिस बनने का माद्दा है”, अब होने जा रहा सच….ऐसे चीफ जस्टिस, जिनके पास नहीं है एक भी कार…पढ़िए नए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के दिलचस्प किस्से

पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा, बेटा हमारा ऐसा काम करेगा, ये गाना तो बहुत दफे सुना होगा, रियल लाइफ में बहुतों के पापा को यह कहते भी सुना होगा, लेकिन सारे पापाओं की बात सच हो जाए, ऐसा बिलकुल भी नहीं है | हम जिनकी बात कर रहे हैं, वो उन गिने-चुने पिताओं में हैं, जिनके बेटे ने उनका कहा कर दिखाया, वो भारत का अगला चीफ जस्टिस बनने जा रहा है |
 2 अक्टूबर को मौजूदा CJI दीपक मिश्रा रिटायर हो रहे हैं, 3 अक्टूबर को रंजन गोगोई भारत के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ लेंगे, 17 नवंबर, 2019 को उन्हें रिटायर होना है |

बीते 25 अगस्त को गुवाहाटी में ‘गुहाटी हाईकोर्ट, हिस्ट्री एंड हेरिटेज’ नाम की किताब का लोकार्पण सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीष जस्टिस एसए बोबडे ने किया । इस किताब की रिलीज के दौरान हाईकोर्ट के कई जज वहां मौजूद थे जिन्होंने कई मजेदार किस्से सुनाए ।
इस किताब के अंदर एक हिस्से है जिसे ‘प्रोफेटिक कमेंट’ नाम दिया गया है । इसके बारे में बताते हुए एक जज ने छोटी सी कहानी सुनाई कि असम के पूर्व कानून मंत्री अब्दुल मुहीब मजूमदार ने एक बार केसब गोगोई (गोगोई असम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं) से पूछा था कि आप तो मुख्यमंत्री हैं क्या उनका बेटा रंजन गोगोई कभी राजनीति में जाएगा और फिर क्या असम का मुख्यमंत्री बनेगा । केसब चंद्र गोगोई ने बेटे के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा था कि, ना, मेरा बेटा मेरी तरह राजनीति में नहीं आएगा, उसके अंदर भारत का चीफ जस्टिस बनने का माद्दा है |
अब जबकि जस्टिस रंजन गोगोई भारत के अगले चीफ जस्टिस बनने वाले हैं ऐसे में उनके बारे में कई ऐसी बातें हैं जो काफी प्रेरणादायी हैं और सबको जानना चाहिए । साथ ही ये भी जानना चाहिए कि आखिर उनके साथी जज उनके बारे में कैसी राय रखते हैं और दिल्ली से उनका क्या रिश्ता रहा है ।

ऐसी हुई है पढाई-लिखाई


रंजन गोगोई की 12वीं तक की पढ़ाई डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी में हुई, फिर ग्रैजुएशन करने के लिए वो दिल्ली आए, यहां सेंट स्टीफंस कॉलेज से हिस्ट्री ऑनर्स में बीए किया, फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही कानून की पढ़ाई की, पढ़ाई खत्म करके वापस गुवाहाटी लौट गए | 1978 में गुवाहाटी बार असोसिएशन में शामिल हुए, यहीं पर वकालत करते रहे, फरवरी 2001 में उन्हें गुवाहाटी हाई कोर्ट में परमानेंट जज की नियुक्ति मिल गई, इसके बाद फरवरी 2011 में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस बना दिए गए, अप्रैल 2012 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने, और अब अक्टूबर 2018 में CJI बन जाएंगे |
एक भी कार नहीं है जस्टिस रंजन गोगोई के पास

वो सुप्रीम कोर्ट के उन 11 जजों में हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक की. उनके पास एक भी कार नहीं है. असम के कामरूप में एक घर है उनके पास, जो पहले उनकी मां का था, मां ने उन्हें दे दिया. उनके बारे में लोग कहते हैं कि वो मीठा बोलते हैं, मगर कोर्ट के अंदर जस्टिस रंजन गोगोई बड़े सख्त माने जाते हैं |

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