लाइफस्टाइल

Cancer Prevention: कैंसर के खतरे को खत्म करती है ऐसी लाइफस्टाइल, जानें क्या कहते हैं ऑन्कोलॉजिस्ट

सदियों पुरानी कहावत है कि इलाज से रोकथाम बेहतर है। यह आज के समय में काफी जरूरी हो गया है। विशेषकर, जब कैंसर जैसी चुनौतीपूर्ण बीमारियां तेजी से फैल रही है। यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में कैंसर के बढ़ते मामलों के साथ, 2025 तक इसका आंकड़ा 1.57 मिलियन हो जाएगा। इसका मतलब है कि हर 900 भारतीयों में से एक को इस खतरनाक बीमारी का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में खुद को सुरक्षित रखना भी उतना ही जरूरी है। यह तभी संभव है जब व्यक्ति की जीवनशैली स्वस्थ और अनुशासित हो। कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचने के उपायों को लेकर इंदौर स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल के डॉ. सुनित लोकवानी, कंसल्टेंट, मेडिकल ऑन्कोलॉजी यहां विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।

तम्बाकू के सेवन से कैंसर का खतरा
तम्बाकू या सिगरेट पीने जैसी आदतों के कारण कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा सबसे अधिक होता है। यदि आप धूम्रपान या तंबाकू का सेवन करना छोड़ देते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छे कामों में से एक है। इसके अलावा शराब की आदी हो चुके लोगों में भी कैंसर विकसित होने की आशंका बढ़ सकती है।

फिजिकली एक्टिव रहें, वजन कम करें।
शरीर के बढ़ते वजन को नियंत्रण में रखना कठिन हो सकता है, लेकिन इसके आश्चर्यजनक होते लाभ हैं। यदि शरीर का वजन कंट्रोल में रखते हैं तो 13 प्रकार के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। यदि बढ़े हुए वजन को नियंत्रित रखेंगे तो कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी कम होगी। रोज समय निकालकर कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि में शामिल होना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा अपने खाने-पीने को लेकर भी ध्यान रखना उतना ही जरूरी है। खाना धीरे-धीरे खाएं और चीनी युक्त पदार्थों के अधिक सेवन से बचें। टीवी, कंप्यूटर, मोबाइल आदि चीजों का उपयोग कम करें।

ज्यादा देर तक धूप में न रहें
ठंडे मौसम में गर्म धूप बहुत अच्छी लगती है, लेकिन बहुत अधिक समय तक धूप में बैठने से मेलेनोमा सहित त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। त्वचा का नुकसान हो सकता है। यदि संभव हो तो सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच सीधी धूप से दूर रहें। हमेशा सनस्क्रीन और पूरी तरह से कवर होकर ही धूप में निकलें।

वैक्सीनेशन जरूर कराएं
कुछ वायरल संक्रमणों से बचाव करने से कैंसर से बचाव में मदद मिल सकती है। यौन संचारित संक्रमण जैसे ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी), हेपेटाइटिस और एचआईवी – कई अलग-अलग कैंसर का कारण बन सकते हैं। इन संक्रमणों से बचाव करने से जोखिम कम हो सकता है। हमेशा सुरक्षित यौन संबंध बनाने का प्रयास करें, जिससे यौन संचारित संक्रमण होने की संभावना कम हो जाती है।

स्क्रीनिंग टेस्ट जरूर करवाते रहें
ऐसे कई महत्वपूर्ण स्क्रीनिंग टेस्ट हैं, जो कैंसर से बचाने में मदद कर सकते हैं। इनमें से कुछ टेस्ट कैंसर का जल्दी पता लगा लेते हैं ताकि समय पर इसका इलाज संभव हो पाता है। यदि आपके परिवार में कैंसर का इतिहास है तो आपको कम उम्र में ही आनुवंशिक परीक्षण कराने की आवश्यकता हो सकती है। यदि नियमित रूप से कैंसर परीक्षण कराते हैं तो त्वचा, गर्भाशय ग्रीवा और स्तन कैंसर का जल्दी पता चल सकता है। सही स्क्रीनिंग के लिए किसी अनुभवी ऑन्कोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए।

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