इन तरीकों से महिलाएं अपने स्ट्रोक के खतरे को कर सकती हैं कम
आज दुनिया में महिलाओं में स्ट्रोक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसा कहा रहा है कि आज दुनिया में महिलाओं की मौत होने के पांचवे कारण स्ट्रोक है, जिसे ब्रेन अटैक भी कहा जाता है, आसान शब्दों में समझें तो स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है या जब कोई रक्त वाहिका फट जाती है और मस्तिष्क में रक्त का रिसाव होने लगता है. यह एक इमरजेंसी स्थिति होती है क्योंकि ऐसे में मस्तिष्क कोशिकाएं ऑक्सीजन की कमी से मरने लगती हैं, ऐसे में इसके लक्षणों को पहचान कर इसका सही समय पर इलाज करना बहुत जरुरी होता है।
स्ट्रोक क्या है?
स्ट्रोक, जिसे कभी-कभी ब्रेन अटैक भी कहा जाता है, तब होता है जब मस्तिष्क के किसी क्षेत्र में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है या जब मस्तिष्क में रक्त वाहिका फट जाती है। रक्त शरीर में कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाता है। जब मस्तिष्क की कोशिकाओं को रक्त की कमी हो जाती है, तो वे मर जाती हैं।
बच्चों से लेकर वयस्कों तक, किसी को भी स्ट्रोक हो सकता है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें दूसरों की तुलना में अधिक खतरा होता है. हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, टाइप 2 डायबिटीज और वे लोग शामिल हैं जिनका स्ट्रोक, दिल का दौरा या एट्रियल फिब्रिलेशन जैसी स्थितियों वालों को इसका खतरा अधिक होता है। डॉक्टर ने 3 तरीके बताए हैं जिनसे महिलाएं स्ट्रोक होने के जोखिम को कम कर सकती हैं. तो आइए जानते हैं, उन तरीकों के बारे में।
मेडिटेरियन डाइट अपनाएं
फ्लोरिडा के जैक्सनविले में ब्रूक्स रिहैबिलिटेशन में प्रैक्टिस करने वाले डॉ. पराग शाह का कहना है, ‘मेडिटेरियन डाइट प्लांट बेस्ड डाइट है जो रेड मीट और शुगर का सेवन कम करते हुए फल, सब्जियों, साबुत अनाज और हेल्दी फैट पर फोकस करती है. 2018 यूके के एक स्टडी में पाया गया कि जो महिलाएं मेडिटेरियन डाइट लेती थीं, उनमें मेडिटेरियन डाइट न फॉलो करने वाली महिलाओं की अपेक्षा स्ट्रोक का जोखिम 22 प्रतिशत कम था।
वायु प्रदूषण से बचें
अगर कोई 5 दिन तक भी वायु प्रदूषण के संपर्क में रहता है तो उसे स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है. इसलिए वायु प्रदूषण से बचें रहें और अपने घर में भी एयर क्लिनर लगाएं. बाहर जाते समय मास्क पहनें ताकि हवा में मौजूद कणों को फिल्टर किया जा सके।
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योग करें
‘योग, ताई ची और वेट ट्रेनिंग जैसी फिजिकल एक्टिविटीज करने के साथ डीप ब्रीदिंगह करने जैसी माइंडफुलनेस तकनीकों को महत्व देने से स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में लाभ मिल सकता है. रोजाना 30 से 60 मिनट तक हफ्ते में 3 से 5 दिन ये एक्टिविटीज करें।
जीवनशैली में बदलाव करें
स्वस्थ भोजन करें। ज़्यादातर समय स्वस्थ भोजन चुनें। अपने रक्तचाप को कम करने के लिए कम नमक या सोडियम वाले खाद्य पदार्थ खाएं, और अपने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए फाइबर और साबुत अनाज से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं।
नियमित शारीरिक गतिविधि करें। नियमित शारीरिक गतिविधि आपको स्वस्थ वजन तक पहुँचने और उसे बनाए रखने में मदद करती है और आपके हृदय और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखती है।