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ब्रेकिंग : रवि शास्त्री फिर बने टीम इंडिया के कोच! कोहली की पसंद पर कपिल ने लगाई मुहर, 2 साल का होगा कार्यकाल…जानिए रवि शास्‍त्री का सफर

वर्ल्ड कप-2019 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया की अप्रत्याशित हार के बाद लगा था कि रवि शास्त्री का कोच पद पर दोबारा चुना जाना मुश्किल है, लेकिन लंबी कवायद के बाद फिर उन्हीं के नाम पर क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) ने मुहर लगा दी, इसके साथ ही 57 साल के रवि शास्त्री एक बार फिर भारतीय टीम के मुख्य कोच पद पर काबिज हो गए, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके नाम की घोषणा की, वह 2021 तक टीम इंडिया के हेड कोच बने रहेंगे |
टीम इंडिया के मुख्य कोच के लिए 6 नामों को शॉर्टलिस्ट किया गया था, जिसमें मौजूदा कोच रवि शास्त्री भी शामिल थे, शास्त्री के अलावा दो और भारतीय कोच (पूर्व क्रिकेटर लालचंद राजपूत और रॉबिन सिंह) भी शॉर्ट लिस्ट किए गए थे, आखिरकार कपिल देव के नेतृत्व वाली सीएसी की पहली पसंद रवि शास्त्री बने, इस समिति में अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी भी शामिल हैं |


टीम इंडिया के कोच के लिए ये थे रेस में
– रवि शास्त्री (उम्र 57; 80 टेस्ट, 150 वनडे इंटरनेशनल)
– टॉम मुडी (उम्र 53; 8 टेस्ट, 76 वनडे इंटरनेशनल)
– माइक हेसन (उम्र 44; खिलाड़ी के तौर पर कोई अनुभव नहीं)
– फिल सिमंस (उम्र 56; 26 टेस्ट, 143 वनडे इंटरनेशनल)
– लाल चंद राजपूत (उम्र 57; दो टेस्ट, 4 वनडे इंटरनेशनल)
– रॉबिन सिंह (उम्र 55; 1 टेस्ट, 136 वनडे इंटरनेशनल)
शास्‍त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने 70 प्रतिशत मैच जीते



रवि शास्त्री (Ravi Shastri) 2017 में भारतीय टीम से मुख्य कोच (Indian Cricket Team Coach) के रूप में जुड़े थे. जुलाई 2017 से भारत ने 21 टेस्ट में से 13 में जीत दर्ज की. टी20 मुकाबलों में तो प्रदर्शन और भी बेहतर रहा जहां भारत ने 36 में से 25 मैचों में जीत दर्ज की. एकदिवसीय में भी भारतीय टीम 60 में से 43 मुकाबले जीतकर हावी रही. शास्‍त्री की अगुआई में टीम इंडिया ने 70 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय मैचों में सफलता हासिल की है. इनमें दो एशिया कप खिताब, ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत जैसी उपलब्धियां भी शामिल हैं. विराट कोहली की टीम टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक है तो वनडे में इंग्लैंड के बाद दूसरे नंबर पर है |


जानिए रवि शास्‍त्री का सफर
क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद रवि शास्‍त्री ने 1995 में मुंबई में वर्ल्ड मास्टर्स टूर्नामेंट से टीवी कमेंटेटर के तौर पर नई पारी शुरू की. हालांकि शास्‍त्री को नई पहचान तब मिली जब उन्होंने और सुनील गावस्कर ने ईएसपीएन-स्टार स्पोर्ट्स के साथ अप्रैल 2008 में लंबे समय से चला आ रहा कमेंटरी का अनुबंध खत्म कर इंडियन प्रीमियर लीग के लिए बीसीसीआई से अनुबंध कर लिया. 2007 में उन्हें बांग्लादेश दौरे के लिए अस्‍थायी तौर पर टीम इंडिया का कोच चुना गया. जुलाई 2017 में शास्‍त्री को क्रिकेट सलाहकार समिति ने भारतीय टीम का हेड कोच चुना. कांट्रेक्ट के अनुसार, रवि शास्‍त्री को इस काम के लिए हर साल 8 करोड़ रुपये देना तय हुआ, जो उनसे पहले टीम के कोच रहे अनिल कुंबले से 1.5 करोड़ रुपये ज्यादा थे |

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