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Pregnancy Care : प्रेग्नेंसी के दौरान जानिए कितने ग्राम होनी चाहिए खून, किन महिलाओं को पड़ती है खून की जरूरत

Pregnancy Care : ज्‍यादातर महिलाओं में हिमोग्लोबीन सामान्य से काफी कम पाया जाता है, नेशनल फैमिली हेल्‍थ सर्वे के अनुसार 15 से 49 साल की 52.2% महिलाएं एनीमिया की चपेट में हैं, कई महिलाएं ऐसी भी होती हैं जिन्हें प्रेगनेंसी के बाद खून की कमी का सामना करना पड़ता है। इस परिस्थिति को मेडिकल भाषा में पोस्टमार्टम एनीमिया के नाम से जाना जाता है, आपका खानपान गर्भ में पल रहे बच्चे की ग्रोथ पर भी असर डालता है।

खानपान में लापरवाही से प्रेगनेंसी में आमतौर पर महिलाओं के शरीर में खून की कमी हो जाती है, महिलाओं में खून कम बनने की समस्‍या एनीमिया होती है. चूंकि उनके साथ-साथ बच्चे को भी खून की जरूरत होती है. ऐसे में प्रेगनेंसी में एनीमिया होने पर महिलाओं को खून चढ़ाना पड़ता है।

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गर्भवती महिलाओं में औसतन 12 ग्राम खून होना चाहिए। मगर जांच के दौरान महिलाओं में 6 से 8 ग्राम खून ही मिल रहा है। यही सर्जरी से डिलीवरी होने का भी सबसे बड़ा कारण बन रहा है। खून की कमी के कारण गर्भ में बच्चे का सही प्रकार से विकास नहीं हो पाता।

महिलाओं को एनीमिया का खतरा
गायनोलॉजिस्ट का कहना है कि देश में बड़ी संख्या में महिलाएं एनीमिया से जूझ रही है. नेशनल फैमिली हेल्‍थ सर्वे के अनुसार 15 से 49 साल की 52.2% महिलाएं एनीमिया की चपेट में हैं. 6 महीने से लेकर 5 साल तक के 67.1% बच्चे भी इस समस्या से पीड़ित हैं. छोटी उम्र 15 से 19 साल की 59% लड़कियां एनीमिक हैं।

प्रेगनेंसी में इन गलतियों से होती है खून की कमी
डॉक्टर्स के अनुसार, डिलीवरी के लिए आने वाली अधिकरत महिलाओं में खून की कमी होती है. जब वे प्रेगनेंट होती हैं तो उनकी खून की कमी को दूर करने के लिए डॉक्टर आयरन और कैल्शियम की गोलियों लेते हैं. लेकिन वे इन गोलियों को लेने में बड़ी गलती करती हैं और दोनों गोलियां एक साथ लेती हैं. ऐसा करने से शरीर में आयरन का अब्‍जॉर्प्‍शन सही तरह नहीं हो पाता है और आयरन की गोली बेअसर साबित होती है. जिससे शरीर में खून नहीं बन पाता है और उन्हें खून की जरूरत पड़ती है।

गर्भावस्था के बाद खून की कमी के लक्षण
गर्भावस्था के बाद खून की कमी के लक्षण निम्न प्रकार हैं-

1 – महिलाओं का तनाव में रहना।

2 – महिलाओं का थकान महसूस करना।

3 – महिलाओं को सांस लेने में दिक्कत महसूस करना

4 – चक्कर आना या बेहोशी मैसेज करना

5 – लो ब्लड प्रेशर यानि हाइपोटेंशन की समस्या होना

6 – महिलाओं में खून की कमी होने के कारण से आने का पीला पड़ जाना।

7 -बालों का झड़ना

8 – महिलाओं को भूलने की बीमारी हो ना या सतर्कता ना मिल पाना।

9 – महिलाओं को भ्रम की स्थिति का सामना करना या कंफ्यूजन जैसे समस्या होना।

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