Health & Fitness : WHO ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा है कि भारत में 50 प्रतिशत आबादी फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर पाते, जिसके कारण आज भारत के लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे है, ‘लैंसेट ग्लोबल हेल्थ’ रिपोर्ट के मुताबिक भारत की आधी से ज्यादा आबादी फिजिकली अनफिट बताया है
साल 2030 तक आबादी के 60 प्रतिशत हो जाएगी बीमार
Health & Fitness :इन सब में महिलाओं की हालत और भी ज्यादा खराब है क्योंकि वह काफी ज्यादा फिजिकल एक्टिवी बेहद कम है. WHO की गाइडलाइन के मुताबिक भारत के 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी फिजिकल एक्टिविटी पूरी नहीं कर पाते हैं. साल 2030 तक देश की आबादी के 60 प्रतिशत से ज्यादा लोग फिजिकली अनफिट हो जाएगी. रिपोर्ट के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा फिजिकली अनफिट हैं. आंकड़ों के मुताबिक भारत में 42 प्रतिशत महिलाएं पुरुषों से कम एक्टिव रहती हैं. वहीं साल 2000 के मुकाबले महिलाएं कम एक्टिव हो गई हैं,
भारत के लिए क्यों खतरे की घंटी
195 देशों में भारत का 12वां नंबर है, जहां शारीरिक निष्क्रियता सबसे तेजी से बढ़ रही है. दुनियाभर में करीब 31% वयस्क यानी 1.8 अरब लोग 2022 में फिजिकल एक्टिविटी के लेवल को पूरा नहीं कर पाए हैं. इसके लिए कई फैक्टर्स जिम्मेदार हैं. सबसे ज्यादा शारीरिक निष्क्रियता में एशिया-प्रशांत क्षेत्र 48% और दक्षिण एशिया 45% है
इन बीमारियों का बढ़ता है खतरा
फिजिकल एक्टिविटी कम होने के कारण दिल की बीमारी का खतरा काफी ज्यादा बढ़ता है.
टाइप-2 डायबिटीज के कारण भी लोग फिजिकल एक्टिव कम रहते हैं.
ऐसी महिलाएं जो ज्यादा एक्टिव नहीं रहती हैं उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है.
अगर आप फिजिकली एक्टिव नहीं रहेंगे तो डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है, इसके साथ ही कब्ज, अवसाद। जोड़ो में अकड़न , सांसो का फुलना, मांसपेशियों का कमजोर होना , दिल की बीमारी जैसे कई गंभीर बीमारी हो सकता है
क्या हैं बचाव के उपाय
रोजाना 1-2 किलोमीटर जरूर वॉक करें. यह आदत आपकी हेल्थ के लिए बहुत अच्छा है.
किसी भी तरह के आउटडोर गेम की आदत जरूर शामिल करें
घर में गार्डन और पौधों को सुबह-शाम पीना दें.
घर के काम खुद से करने की आदत डालें
फिजिकल एक्टिविटी दिल, शरीर और दिमाग को फिट रखती है
रोज फिजिकल एक्टिविटी करके कई तरह की बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। इनमें हार्ट, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियां शामिल हैं। दुनिया में एक चौथाई मौतें इन्हीं से होती हैं। फिजिकल एक्टिविटी से डिप्रेशन और एंग्जाइटी में कमी आती है। इसके अलावा सोचने, सीखने और फिट रहने में मदद करती है।
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WHO के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति पूरे हफ्ते 150 मिनट से भी कम और कोई टीनएजर 60 मिनट से कम फिजिकल एक्टिविटी करता है, तो इसका मतलब वो फिजिकल इनएक्टिव है। WHO के मुताबिक, वयस्कों को हफ्ते में कम से कम 150 से 300 मिनट की एक्टिविटी जरूर करनी चाहिए। अगर आप बॉडी को हेल्दी बनाए रखने के लिए किसी भी तरह की कोई एक्सरसाइज नहीं करते, तो इससे मोटापा, डायबिटीज, दिल की बीमारियों, कैंसर, स्ट्रोक, डिप्रेशन जैसी कई गंभीर बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ा जाता है।