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CM भूपेश बघेल और विधायक शैलेश पांडेय के बीच 15 मिनट की गुफ़तगू, फिर एक्शन में आये भूपेश!….पहले मंच से ही की 3 बड़ी घोषणाएं….फिर सीवरेज को लेकर किया दिलचस्प ट्वीट, बोले – बिलासपुर को “बिलासपुर” के नाम से ही जानेंगे, खोदापुर से नहीं

मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे भूपेश बघेल शहरवासियों के दुःख दर्द से अच्छे तरीके से वाकिफ नजर आए, तक़रीबन 15 मिनट की  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधायक शैलेश पांडेय के बीच हुई गोपनीय चर्चा के बाद शहर में विकास की एक नई किरण निकलते दिखाई दे रही है | बिलासपुर विधायक श्री पांडेय ने जब मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश के दूसरी सबसे बड़ी शहर का पहचान पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने खोदापुर देकर छोड़ा है, तो भूपेश ने पांडेय को तुरंत कहा बिलासपुर को बिलासपुर के नाम से जाना जायेगा, ना कि खोदापुर |

शहर को नासूर बनाने वाली सीवरेज परियोजना को लेकर भी मुख्यमंत्री से शैलेश पांडेय की विस्तृत चर्चा हुई, इस मुद्दें को भी मुख्यमंत्री गंभीरता से लेते हुए बिलासपुर से लौटते ही एक ट्वीट पोस्ट कर उस मुद्दें पर भी अपनी मंशा जाहिर कर दी है |  मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट कर कहा है कि –

बिलासपुर की जनता का प्यार, स्नेह और आशीर्वाद पाकर अभिभूत हूं। बिलासपुर की धरती से मैं आप सभी को विश्वास दिलाता हूं कि आने वाले समय में लोग बिलासपुर को ‘बिलासपुर’ के नाम से ही जानेंगे, खोदापुर से नहीं।


सूत्रों की माने तो भूपेश बघेल और शैलेश पांडेय के बीच हुई 15 मिनट की गुफ़तगू में शैलेश ने बिलासपुर को लेकर समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया | नतीजा यह रहा कि भूपेश ने शैलेश के बातों को महत्त्व देते हुए उनकी मांग पर पहले तो तुरंत ही तीन घोषणाएं मंच से ही कर दी | इसमें जो अरपा किनारे दो सौ मीटर तक कोई जमीन बेच नहीं सकता और जिन्हे यदि अपना जमीन बेचना है, उन्हें पहले परमिशन लेना पड़ता था |

उन्होंने इन जमीनों से रजिस्ट्री पर से बैन हटाई जाएगी, बिना परमिशन कोई भी व्यक्ति रजिस्ट्री करा सकेगा |  साथ ही भूपेश ने बिलासपुर नगर निगम की सीमा बढ़ाई जाएगी, साथ ही आवश्यकता पड़ने पर रायपुर विकास प्राधिकरण के जैसे ही बिलासपुर विकास प्राधिकरण का गठन भी किया जायेगा | न्यायधानी बिलासपुर प्रदेश का महत्वपूर्ण जिला है, जैसे रायपुर का विकास होता है वैसे ही बिलासपुर का भी विकास होगा | बिलासपुर को कुछ आदमी के चारागाह नहीं बनने दिया जाएगा, यहाँ सबका विकास होना चिहिए, सबका काम भी होना चाहिए |

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