विधायक शैलेष पांडेय के खिलाफ FIR दर्ज, सैकड़ों जरूरतमंदों को हर रोज दे रहे थे राशन….शैलेश बोले – CM ने ली पुरे मामले की जानकारी….कलेक्टर, एसपी के खिलाफ विधानसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाएंगे
कांग्रेस विधायक शैलेष पांडेय के खिलाफ लॉकडाउन और महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने के आरोप में सिविल लाइन थाने में अपराध दर्ज किया गया है। कोरोना संक्रमण के दौरान उनके निवास पर सोशल डिस्टेसिंग की अवहेलना और धारा 144 का उल्लंघन पाते हुए विधायक शैलेष पांडेय के विरुद्ध अपराध दर्ज कर लिया गया है । इस मामले के विधायक समर्थक कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है, शहरवासियों द्वारा सोशल मीडिया में विधायक समर्थन में जमकर पोस्ट डाला जा रहा है |
आपको बता दें कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये जारी लॉकडाउन के कारण के निवास पर राशन और दवा का वितरण किया जा रहा था, ऐसे जरूरतमंदों के लिए विधायक पांडेय ने अपना मोबाइल नंबर सार्वजनिक करते हुए कहा था कि जिनके लिए भी भोजन और राशन की व्यवस्था नहीं हो पा रही है वे सीधे उनसे सम्पर्क कर सकते हैं । पिछले एक सप्ताह से वे अपने कार्यालय में जरूरतमंदों को राशन बांट रहे हैं । हर दिन सौ डेढ़ सौ लोग उनके घर पहुंच रहे हैं, जिन्हें वे राशन का पैकेट उपलब्ध करा रहे हैं । इस पैकेट में चावल, दाल, शक्कर, सब्जी, मसाले इत्यादि हैं । रविवार की सुबह जब वे निवास से पहुंचे तो कार्यालय के बाहर पांच सौ से ज्यादा लोग एकत्र थे ।
शैलेश पांडेय ने बताया कि रविवार की सुबह राशन लेने वालों की भीड़ काफी हो गई, इसे देखते हुए उन्होंने इसकी जानकारी खुद ही पुलिस अफसरों को फोन करके दी, इसके बाद पुलिस पहुंचकर भीड़ को संभालने की कोशिश की । जबकि विधायक पांडेय ने खुद माइक संभालते हुए लोगों से अपील की कि वे यहां भीड़ न लगाएं, इससे लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा है । वार्ड पार्षदों और कार्यकर्ताओं के माध्यम से उनके घरों तक राशन भेजा जायेगा आप उनके पास सम्पर्क कर लें । विधायक की ओर से इस बारे में एक वीडियो भी जारी किया गया है जिसमें वे लोगों से भीड़ नहीं लगाकर कानून तथा सुरक्षा मानकों का पालन करने की अपील कर रहे हैं ।
विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की जानकारी उन्हें मिली है, विधायक पांडेय कहते हैं- ‘मैं सरकार द्वारा तय समय में ही गरीबों को राशन बांट रहा था, सोशल डिस्टेंसी का भी ध्यान रखा गया था, एकाएक बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए, ये तो प्रशासन की जिम्मेदारी होनी थी कि शहर की सड़कों पर एक साथ इतने लोग कैसे घूम रहे थे, मैं तो गरीबों की सेवा कर रहा हूं, यदि ये जुर्म है तो जुर्म ही सही, भीड़ होने पर पुलिस को मैंने ही सूचना दी, तब जाकर वे वहां पहुंचे |
विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि पुलिस कार्रवाई समझ से परे हैं | उन्होंने कहा कि यह मामला पूरी तरह से प्रायोजित लग रहा है, मुझे समझ नहीं आ रहा है कि इसके प्रायोजक कौन हैं । एक विधायक के रूप में उन्हें काम करने से रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस ने दुर्भावनापूर्वक कार्रवाई की है । एक विधायक के रूप में उन्हें अपने दायित्व का निर्वहन करने से रोकने के लिए यह भयभीत करने का प्रयास है । वे इस मामले को पूरी तरह से कानूनी तरीके से निपटेंगे । विधानसभा के अगले सत्र में वे कलेक्टर व एसपी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला लायेंगे ।
विधायक पांडेय ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने की सूचना मिलने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें स्वयं फोन करके घटना की जानकारी ली है। बघेल ने पूरी बात सुनने के बाद कहा है कि वे इस मामले को देख रहे हैं । सीएम के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो सकता है |