मीडिया

अंतागढ़ टेपकांड का भंडाफोड़ करने वाले अंग्रेजी अखबार “द इंडियन एक्सप्रेस” को हाईकोर्ट से राहत….अजीत जोगी की ओर से दायर याचिका पर हाईकोर्ट का रोक, खबर छापने पर जोगी ने दायर किया था मानहानि केस

छत्तीसगढ़ में इन दिनों के सबसे सुर्ख़ियों में बनी राजनीति मामला अंतागढ़ टेपकांड का भंडाफोड़ अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने किया था,  साथ ही छ अन्य प्रत्याशियों ने भी नाम वापिस ले लिया | करीब सवा साल बाद दिसंबर 2015 में स्थानीय मीडिया में इसे लेकर खरीद-फरोख्त का खुलासा करने वाला टेप सामने आया । इसके बाद से ही इसे अंतागढ़ टेप कांड के नाम से जाना जाता है । इस खबर के खिलाफ अजीत जोगी ने इंडियन एक्सप्रेस के संपादक व चेयरमैन के खिलाफ निचली अदालत में आपराधिक मानहानि का केस दायर किया था । जिसके बाद निचली अदालत द्वारा इंडियन एक्सप्रेस के चेयरमैन व संपादक को समन जारी किया गया था । इस समन के खिलाफ इंडियन एक्सप्रेस ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी । मामले पर आज हाईकोर्ट ने निचली अदालत की आगे की कार्रवाई पर रोक लगा दी है ।

बता दें कि दिसंबर 2015 में सामने आए एक ऑडियो टेप ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल ला दिया, इस ऑडियो टेप में हाईप्रोफाइल नामों पर आरोप लगे, इतना ही नहीं प्रदेश में थर्ड फ्रंट के रूप में उभरने वाली तीसरी पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे की नींव का आधार भी यही टेपकांड बना | क्योंकि इस टेपकांड के बाद ही कांग्रेस के तत्कालीन दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को पार्टी से बाहर कर दिया गया, इसके बाद अजीत जोगी ने भी कांग्रेस छोड़ दी और नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया |

छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ विधानसभा सीट खाली होने के बाद 12 सितंबर, 2014 को वहां उपचुनाव कराया गया था । उपचुनाव के एलान के बाद भाजपा, कांग्रेस समेत करीब 13 अन्य उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में थे । सभी ने नामांकन दाखिल किया, फिर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तिथि खत्म होने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने अचानक चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर दी |

उप-चुनाव के एक साल बाद दिसंबर 2015 में मीडिया में अंतागढ़ चुनाव में हुई खरीद-फरोख्त का खुलासे का दावा करने वाला ऑडियो टेप सामने आया, जिसमें पूर्व सीएम अजीत जोगी के बेटे व तत्कालीन विधाायक अमित जोगी और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता के बीच कथित बातचीत का अंश होना बताया गया | बातचीत में पूर्व अजीत जोगी सहित मौजूदा सरकार से जुड़े कई लोगों का जिक्र था, टेप में कथित तौर पर मंतूराम को चुनाव में बिठाने के लिए 7 करोड़ के लेनदेन की बात थी, आरोप लगे हैं कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत के रायपुर स्थित बंगले से पैसों का लेनदेन किया गया, इन आरोपों को आधार कर ही उक्त चारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है |

Back to top button
close