राजनीति

ब्रेकिंग : थोड़ी देर में निगम महापौर सहित निकाय क्षेत्र के अध्यक्षों का आरक्षण का फैसला, राजधानी में दोपहर 12 बजे से प्रक्रिया होगी शुरू…प्रदेशभर की निगाहें टिकी

छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है, आगामी कुछ घंटों में प्रदेश के सभी नगर निगम के महापौर सीट का आरक्षण तय हो जायेगा | पहले नगर निगम और नगर पालिका के महापौर का आरक्षण होगा, इसके बाद नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण की प्रक्रिया होगी | प्रदेश में कुल 13 नगर निगमों में से 10 में आगामी नवंबर दिसंबर माह में चुनाव होने की संभावना है, इसके तहत ही कवायद शुरू कर दी गई है |

छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोकसभा चुनावों के बाद शहरों में सरकार बनाने के लिए राजनीतिक पार्टियां जोर आजमाइश करेंगी, लेकिन उससे पहले सीटों का आरक्षण तय होना है, इसलिए वार्डों के परिसीमन के बाद अब निकायों के महापौर और अध्यक्षों के लिए आरक्षण के लिए हलचल तेज है | इसके तहत 10 नगर निगम और 39 नगर पालिकाओं और 105 नगर पंचायतों के अध्यक्षों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया होगी, नगर निगम के महापौर का आरक्षण दोपहर 12 बजे से होगा, उसके बाद नगर पालिका और फिर नगर पंचायत के लिए अध्यक्ष पदों के आरक्षण की प्रक्रिया कार्यवाही समाप्त होने तक चलेगी, लोगों की नज़रें नगर निगमों में सबसे ज्यादा है क्योंकि यहां से कई बड़े नेताओं के भविष्य का फैसला होना है |

बुधवार को प्रदेश के नगर निगम के महापौर, नपा व नपं अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण होंगे। पूरी प्रकिया के लिए उप सचिव नगरीय प्रशासन आर एक्का पीठासीन अधिकारी होंगे। इसके तहत प्रदेश के 10 नगर निगम, 39 नगर पालिकाओं और 105 नगर पंचायतों के अध्यक्षों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया होगी। लॉटरी के अनुसार इस बार 4 नगर निगम में महिला महापौर होंगी, चार में सामान्य, 2 में ओबीसी, 1 में एसटी और एक में एससी महापौर होंगे। निकाय अधिनियम के अनुसार महापौर पद के आरक्षण के लिए पिछले तीन चुनाव के आरक्षणों को आधार माना जाएगा ।

नियम के मुताबिक कोरबा महापौर के लिए चार वर्गों मेंं आरक्षण होता रहा है। इसमें अादिवासी मुक्त, पिछड़ा वर्ग मुक्त, सामान्य मुक्त, सामान्य महिला शामिल हैं। पिछले 4 चुनाव में पहले 3 वर्गों का अारक्षण हो चुका है। इस बार पिछड़ा वर्ग महिला व आदिवासी महिला बाकी है। इस बार सामान्य मुक्त व पिछड़ा वर्ग मुक्त होने की संभावना अधिक है। पिछड़ा वर्ग महिला की संभावना बनी हुई है। इससे भाजपा व कांग्रेस के संभावित दावेदार अपने-अपने तरीके से तैयारी कर रहे हैं, लेकिन बीच में मामला लटका है ।

सीएम भूपेश को भी इंतजार
आरक्षण सूची का इंतज़ार निकाय चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वालों को तो है ही साथ ही सीएम भूपेश बघेल को भी इसका इंतज़ार है, सीएम भूपेश बघेल का कहना है कि निकायों में आरक्षण का इंतजार मैं भी कर रहा हूं, बता दें कि इस साल के अंत में नगरीय निकाय के चुनाव होने है लिहाज़ा इसे लेकर राजनीतिक पार्टियों में भी हलचलें बढ़ गयी हैं, आरक्षण के आधार पर ही पार्टी के लोग आगामी चुनाव के लिए प्रत्याशी तय करेंगे, इधर बीजेपी प्रवक्ता नरेश गुप्ता का कहना है कि वे चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं |

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