गाँधी पर ट्वीट करने वाली इस IAS अफसर का है विवादों से नाता, विधायक पर बंधक बनाने का लगा चुकी हैं आरोप…जानें उनके बारे में
पिछले दो दिनों से विवादों में घिरी आईएएस अधिकारी निधि चौधरी का विवादों से पुराना नाता है,
मुंबई की महिला आईएएस अधिकारी निधि चौधरी द्वारा किए गए गांधी-विरोधी ट्वीट को लेकर इस बार विवाद पैदा हो गया है.
उन्होंने ‘रोती हुई स्माइली’ का इस्तेमाल करते हुए17 मई को किए गए अपने ट्वीट में लिखा था –
इस साल 150वीं जयंती का कितना सुन्दर समारोह चल रहा है. अब वक्त आ गया है कि हम अपने नोटों से उनका चेहरा हटाएं, दुनिया से उनकी प्रतिमाएं हटाएं, उनके नाम वाली संस्थाओं और सड़कों का फिर से नामकरण करें. हमारी ओर से यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी. 30-01-1948 के लिए धन्यवाद गोडसे.’
हालांकि निधि चौधरी ने यह ट्वीट 17 मई को किया था जिसे वह डिलीट कर चुकी हैं, लेकिन जब मामला तूल पकड़ गया तो उन्होंने फिर से एक ट्वीट किया और कहा –
‘जिन्होंने मेरे 17-05-2019 के ट्वीट को गलत समझा है, उन्हें मेरी टाइम लाइन देखनी चाहिए. पिछले कुछ महीने के ट्वीट भी अपने आप में पर्याप्त हैं, मैं व्यंग्य के साथ लिखे इस ट्वीट को गलत तरीके से समझे जाने से बहुत दुखी हूं, मैं कभी गांधी जी का अपमान नहीं करूंगी, गांधी जी हमारे राष्ट्रपिता हैं और 2019 में हम सभी को देश को बेहतर बनाने के लिए कुछ करना चाहिए. आशा करती हूं कि मेरे ट्वीट को गलत समझने वाले लोग उसमें निहित व्यंग्य को समझेंगे |
विवादों से पुराना नाता
बृहन्मुंबई महानगरपालिका की उप निगमायुक्त के तौर पर काम कर रही निधि पहली बार विवादों में नहीं हैं, दरअसल, वह पहले भी राज्य सरकार पर आरोप लगा चुकी हैं | 2017 में उन्होंने कहा था कि पूर्व विधायक विवेक पंडित के नेतृत्व में श्रमजीवी संगठन के लोगों ने उन्हें 3 घंटे तक बंधक बनाकर रखा और जरूरी मीटिंग तक में नहीं जाने दिया, निधि ने अपने ट्वीट के जरिये व्यवस्था पर भी सवाल उठाया था कि उस दौरान सिर्फ कुछ पुलिस वाले उनकी मदद के लिए थे जबकि जिले के कलेक्टर का दफ्तर पास में ही है |