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8 दिन पहले एशियाड गेम्स 2018 में मेडल जीतकर लौटा यह खिलाड़ी, अब चला रहा है चाय की दुकान

4 दिन पहले एशियन गेम्स में मेडल जीतकर लौटा एक खिलाड़ी अपने घर वापस लौटा। वापस आते ही वह अपनी चाय की दुकान चलाने लगा। बता दें कि दिल्ली के हरीश कुमार ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली सेपक टकरा टीम का हिस्सा थे। हालांकि इंडोनेशिया से लौटने के दो दिन बाद ही वो चाय बेच रहे हैं।

गौरतलब है कि इंडोनेशिया में खेले गए 18वें एशियाई खेलों में भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। इस एशियाड गेम में 15 गोल्ड, 24 सिल्वर और 30 ब्रॉन्ज मेडल जीता है।

हरीश ने बताया कि उनके पिता की एक चाय की दुकान है। जो कमाई का एकमात्र जरिया है, मेरा परिवार बड़ा है, मेरी 2 बहनें है और नेत्रहीन हैं। ऐसे में जिम्मेदारी और बढ़ जाती है इसलिए खेलकर लौटने के बाद फिर से दुकान संभाल रहा हूं, ताकि पिता की मदद कर सकूं।

हरीश ने बताया कि एशियाड से ब्रॉन्ज मेडल जीतकर सेपक टकरा टीम शुक्रवार को लौटी थी। दिल्ली एयरपोर्ट पर उन्हें लेने कोई नहीं आया। ना ही घर जाने के लिए बस का इंतजाम हुआ था, सभी लोगों ने चंदा लगाकर बस का इंतजाम किया।

दिल्ली के चारों खिलाड़ी (हरीश, संदीप, धीरज, ललित) की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। ये चारों मजनूं का टीला के पास स्थित कॉलोनी में रहते हैं।

बता दें कि सेपक टकरा भारत के नॉर्थ ईस्ट का प्रसिद्ध खेल है, इस खेल में वॉलीबॉल, फुटबॉल और जिम्नास्टिक का मिश्रण है। इस खेल को इंडोर हाल में 20 गुणा 44 के आकार की जगह में सिंथेटिक फाइबर की गेंद से इस खेल को खेला जाता है।

यह खेल दो प्रकार से खेला जाता है। पहला टीम इवेंट होता है, जिसमें 15 खिलाड़ी होते हैं, दूसरा रेगू इवेंट होता है, इसमें 5 खिलाड़ी इस खेल में शामिल होते हैं। एशियाई खलों में भारत 2006 से इस खेल में भाग ले रहा है, लेकिन पहली बार कोई पदक हाथ आया है।

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