इस चर्चित महिला IPS ने मांगा वीआरएस….मीराबाई की तरह कृष्ण भक्ति में बिताना चाहती हैं अपना बाकी का जीवन, जानिए इनकी कहानी
नई दिल्ली से अटारी जा रही समझौता एक्सप्रेस में 18 फरवरी, 2007 को बम ब्लास्ट हुआ था। इस मामले की जांच में हरियाणा कैडर की आईपीएस भारती अरोड़ा की बड़ा भूमिका है। उस समय वह हरियाणा राजकीय रेलवे पुलिस में एसपी थीं। अंबाला रेंज की आईजी भारती अरोड़ा अब बाकी का जीवन कृष्ण भक्ति करते हुए बिताना चाहती हैं। उन्होंने हरियाणा सरकार से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति वीआरएस के लिए आवेदन किया है।
50 वर्षीय भारती अरोड़ा हरियाणा की पहली महिला पुलिस अधिकारी हैं जिन्होंने वीआरएस के लिए अप्लाई किया है। उन्होंने सरकार से तीन महीने के नोटिस पीरियड से भी छूट देने की आग्रह की है। उनके आवेदन पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उनको समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
2031 में है रिटायरमेंट पर…
भारती अरोड़ा का रिटायरमेंट 2031 में होना पर पर वह दस साल पहले ही वीआरएस लेना चाहती हैं। उन्होंने बीते 24 जुलाई को इसके लिए डीजीपी को पत्र भेजा है। उनका कहना है कि पुलिस सेवा उनके लिए गर्व और जुनून रही है। अब आगे की जिंदगी वह धार्मिक तरीके से बिताना चाहती हैं। वह चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास और मीराबाई की तरह प्रभु श्रीकृष्ण की साधना करना चाहती हैं। उनकी शादी हरियाणा कैडर के ही आईपीएस विकास अरोड़ा से हुई है।
श्रीकृष्ण की भक्ति में बिताना चाहती हैं शेष जीवन
भारती वीआरएस के लिए आवेदन नहीं करती तो उनकी सेवानिवृत्ति वर्ष 2031 में होनी थी. लेकिन एक दशक पहले उन्होंने अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस सेवा उनके लिए गर्व और जुनून रही है. वह अब जीवन का लक्ष्य हासिल करना चाहती हैं और गुरुनानक देव, चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास, तुलसीदास, सूरदास, मीराबाई की राह चलकर अपना शेष जीवन प्रभु श्रीकृष्ण की भक्ति में बिताना चाहती हैं.