मिशन गुजरात पर कांग्रेस: चुनावी रणनीति बनाने अहमदाबाद जाएंगे TS सिंहदेव, PCC के पदाधिकारियों से करेंगे मंत्रणा
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (बाबा) गुजरात कांग्रेस के नेताओं के साथ चुनावी रणनीति बनाएंगे। 20 जुलाई को कांग्रेस की अहमदाबाद में प्रस्तावित बैठक में सिंहदेव और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शामिल होंगे। गुजरात विधानसभा चुनाव इस साल नवंबर या दिसंबर में होने की संभावना है। गुजरात में अभी भाजपा की नेतृत्व वाली सरकार है। वर्तमान सरकार का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को समाप्त हो जाएगा। पिछली बार कांग्रेस कुछ सीटों से चूक गई थी। इस बार कांग्रेस पूरा जोर लगाएगी और बहुमत तक पहुंचने पर काम कर रही है।
बता दें कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश के लिए कांग्रेस ने पर्यवेक्षकों के नामों की घोषणा की है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हिमाचल प्रदेश का सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। सचिन पायलट और प्रताप सिंह को हिमाचल प्रदेश का ऑब्जर्वर बनाया गया है। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात के लिए कांग्रेस का सीनियर ऑब्जर्वर और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और मिलिंद देवड़ा ऑब्जर्वर बनाए गए हैं।
20 को बैठक में रहूंगा, 21 को आऊंगा
बता दें कि छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों तक भाजपा की सरकार थी। टीएस सिंहदेव ने घोषणा पत्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने उन्होंने प्रदेशभर में घूमकर फीडबैक लिया और जनघोषणा पत्र तैयार किया। कांग्रेस आलाकमान इसी वजह से उन्हें गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी सौंपी है। टीएस सिंहदेव ने कहा कि गुजरात की जिम्मेदारी मिली है। पार्टी से आदेश प्रसारित हुआ है। मैंने गहलोत साहब से बात की है। उन्होंने 20 जुलाई का संकेत दिया है। अहमदाबाद में 20 को बैठक लेंगे। वहां उपस्थित रहूंगा और 21 को वापस रायपुर लौट आउंगा।
गुजरात विधानसभा में जीत की उम्मीद
बता दें कि 1995 से गुजरात में भाजपा की लगातार सरकार बन रही है। 2017 के चुनाव में भाजपा का सबसे कमजोर प्रदर्शन था। यह माना जाता है कि 2017 के विधानसभा चुनाव के आखिरी दौर में अगर पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार की कमान नहीं संभाली होती तो शायद भाजपा की सरकार नहीं बन पाती। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को भाजपा के अभेद्य गढ़ गुजरात में एक बार फिर कांग्रेस की कमान सौंपकर पार्टी आलाकमान ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं। हर हाल में गुजरात विधानसभा में जीत चाहिए।