राजनीति

भूपेश बघेल का रमन सिंह पर तीखा हमला!…बोले – हेलिकॉप्टर से हवाहवाई विकास नहीं बल्कि हमारे साथ जमीनी हकीकत देखने सड़क मार्ग से चलें मुख्यमंत्री….चुनाव आयोग से करेंगे विकास यात्रा की शिकायत

पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल रमन सिंह के विकास यात्रा पर आक्रामक नजर दिखाई दिखाई | विकास यात्रा के एक दिन पहले पत्रवार्ता कर पीसीसी अध्यक्ष ने विकास यात्रा के आड़ में सरकारी पैसे का दुरुपयोग का आरोप लगाते जमकर बरसे | भूपेश ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की विकास यात्रा का दूसरा चरण कल से फिर शुरु हो रहा है, इस विकास यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आ रहे हैं, इस पर कई सवाल खड़े होते हैं। एक तो यह कि अगर विकास यात्रा रमन सरकार की कथित उपलब्धि गिनाने की यात्रा है तो फिर इसमें अमित शाह किस हैसियत से बुलाए जा रहे हैं?, अमित शाह मात्र एक सांसद हैं और उनका सरकार से कोई संबंध नहीं है ।

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में सरकार की ओर से महाधिवक्ता ने लिखित अंडरटेकिंग दी है कि सरकार विकास यात्रा के मंचों पर किसी ग़ैर सरकारी व्यक्ति को न शामिल करेगी और न विज्ञापनों में उनका नाम और फ़ोटो प्रकाशित करेगी । फिर किस हैसियत से अमित शाह विकास यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे? क्या यह हाईकोर्ट की अवमानना का मामला नहीं होगा?
उन्होंने कहा कि उम्मीद करनी चाहिए कि हाईकोर्ट में सरकार के आश्वासन के बाद सभा स्थल और यात्राओं में भाजपा के चुनाव चिन्ह का प्रयोग नहीं किया जाएगा, हम चुनाव आयोग को भी इस बारे में पत्र लिख रहे हैं कि वे इस पर नज़र रखें कि सरकारी पैसों से भाजपा का प्रचार न हो । रमन सिंह को इस बार भाजपा के नाम से ख़रीदे गए वाहनों का उपयोग अपनी तथाकथित सरकारी यात्रा में रथ की तरह नहीं करना चाहिये। अगर उन्होंने ऐसा किया तो हम इसकी शिकायत चुनाव आयोग और न्यायपालिका दोनों से करेंगे ।

ये कैसा विकास है?
पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने विकास यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले चरण और दूसरे चरण के बीच विकास की जितनी कलई खुली है, उसके बाद तो क़ायदे से रमन सिंह जी को दूसरे चरण को स्थगित कर देना था, लेकिन जब न नैतिकता बची हो और न राजनीतिक जवाबदेही तो फिर ऐसा ही होना था।

बस्तर से लेकर रायपुर और अंबिकापुर तक जगह जगह से अभी अभी बने पुल पुलिया और एनीकट बहने की ख़बरें आ रही है। हर दिन अख़बारों में ख़बरें छप रही हैं कि किस तरह से बच्चे और शिक्षक जान जोखिम में डालकर नदी नाला पार करके स्कूल जा रहे हैं। जिन सड़कों को रमन सिंह विकास का प्रतीक बताते थे वही अब रमन सिंह की कमीशनखोरी की कलई खोल रहे है।
रायपुर से लेकर बस्तर, बिलासपुर और अंबिकापुर तक सड़कों की हालत देखकर कोई यक़ीन नहीं कर सकता कि इस राज्य का मुख्यमंत्री विकास का दावा करता है. लेकिन वे करते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग में सड़कों की खस्ता हालत के कारण 20-20 किलोमीटर का जाम लग रहा है । स्मार्ट सिटी के नाम पर सैकड़ों करोड़ बर्बाद कर दिए गए लेकिन सच यह है कि डेंगू से 36 लोगों की मौतें हो चुकी है । स्वास्थ्य मंत्री ज़िम्मेदारी लेने की जगह कभी अधिकारियों को, कभी डॉक्टरों को, कभी अस्पतालों को तो कभी मरने वाले लोगों को ही दोषी ठहरा रहे हैं । यह विकास नहीं असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है कि मुख्यमंत्री अपने मंत्री को हटाने की जगह विकास यात्रा निकाल रहे हैं ।

एक बार हमारे साथ चलिए ना विकास देखने
भूपेश ने एकबार फिर विकास यात्रा के लिए अपना पुराना निमंत्रण दोहराते हुए कहा कि इस बार रमन सिंह के साथ अमित शाह को भी आमंत्रित कर रहे हैं कि वे एक बार सड़क मार्ग से विकास देखने हमारे साथ चलें । समय, जगह और मार्ग वे ख़ुद चुन लें और हम साथ चल पड़ेंगे। हेलिकॉप्टर से उड़ उड़कर विकास विकास चिल्लाने से विकास नहीं आता, यह बात रमन सिंह को चुनाव के बाद समझ में आएगी।

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