बिग ब्रेकिंग : TS सिंहदेव सदन से बाहर निकले… मंत्री सिंहदेव ने गृहमंत्री के जवाब और विपक्ष के हंगामे के बीच कहा ”मैं भी एक इंसान हूं….जब तक सरकार स्पष्ट नहीं करती मेरी भुमिका तब तक मैं इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझता.. मैं आपसे अनुमति लेकर जा रहा हूँ”
विधायक बृहस्पति सिंह और मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज विधानसभा के मानसून सत्र में मंत्री टीएस सिंहदेव ने खुलकर अपनी बात कही। कहा कि अब बहुत हुआ मैं भी एक इंसान हूँ, आपके कहने के बाद मुख्यमंत्री ने हमे बुलाया चर्चाएं हुई। मेरी स्थिति ऐसी है कि जब तक शासन के स्तर पर कोइ जवाब नहीं आता। मैं इस सदन पर बैठने योग्य अपने आप को नहीं समझता ।
इतना कहते हुए मंत्री टीएस सिंहदेव सदन छोड़कर बाहर निकल गए। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री के कक्ष में मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई गई है।
गृहमंत्री ने दिया बयान
सरकार की ओर गृहमंत्री ने कहा कि पायलेट वाहन सहित सुरक्षित गंतव्य तक पहुंच गए थे। जिसमे उनके फॉलो वाहन से एक गाड़ी टकराई। उनकी चाबी लेकर गाड़ी में तोड़फोड़ किया गया है। जिसके बाद वाहन चालक सुदर्शन सिंह की शिकायत पर एफआईआर किया गया। जिसमें पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। बृहस्पति सिंह को Z सुरक्षा श्रेणी दी गई है। जवाब से है असंतुष्ट है। इस बीच विपक्ष ने सरकार पर हमला किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा यह मामला मंत्री पर आरोप का है। मंत्री पर विधायक ने जान से मारने का आरोप लगाया है। गृह मंत्री जी सोए रहते है और घटना के दूसरे दिन जागते हैं। मामले में सदन के अंदर है। विधायक बृहस्पति सिंह और मंत्री टीएस सिंह को बताना चाहिए।
किसने क्या कहा सदन में :
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा- गृहमंत्री सोये रहते हैं और दूसरे दिन उठकर आकर सदन में वक्तव्य देते हैं. इस विधानसभा में इससे ओछी हरकत दूसरी नहीं हो सकती कि विधायक मंत्री पर हत्या का आरोप लगा दे. गृहमंत्री के वक्तव्य पर यदि आसंदी सहमत है तो हमें कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी है.
जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा- बृहस्पति सिंह ने कहा था कि मुख्यमंत्री बनने के लिए सिंहदेव हत्या कराना चाहते हैं. ये यक्ष प्रश्न है, जो अभी खड़ा हुआ है. गृहमंत्री सिर्फ़ पीएसओ के झगड़े का ज़िक्र अपने वक्तव्य में कर रहे हैं. हत्या किये जाने के बृहस्पति सिंह के आरोप पर सदन में जवाब आना चाहिए.
बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा- सरगुज़ा के किसी चौक में घटी घटना की बात हम नहीं कर रहे थे. सदन नोटिफ़ाई हो चुका है और एक विधायक एक मंत्री पर हत्या किये जाने का आरोप लगा रहे हैं ये गम्भीर है. ये कांसिपीरेंसी सामने आनी चाहिये.
बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा- बृहस्पति सिंह यदि सही कह रहे हैं तो मंत्री सिंहदेव पर कार्रवाई होनी चाहिये, यदि मंत्री सिंहदेव कह रहे हैं तो बृहस्पति सिंह पर कार्रवाई होनी चाहिये.
बीजेपी विधायक नारायण चंदेल ने कहा- छत्तीसगढ़ शांति का टापू रहा है. अविभाजित मध्यप्रदेश में भी ऐसी घटना कभी नहीं घटी.
बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- सदन का कोई सदस्य यदि ये आरोप लगाये कि उसकी हत्या हो सकती है इस मामले में सरकार का वक्तव्य नहीं आये तो उचित नहीं है.
जिसके बाद मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा-
मैं भी एक इंसान हूँ मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं. शायद कुछ छिपा हुआ है जिसे अब सामने लाने की कोशिश की जा रही है. मैं नहीं समझता हूँ कि मेरी स्थिति ऐसी है कि जब तक शासन की ओर से इस पर स्पष्ट जवाब ना आ जाए मैं इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझता.
इसके बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.