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फेक IAS गिरफ्तार : खुद को बताता था म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का जॉइंट कमिश्नर, कार में लगी हुई थी नीली बत्ती….इस सांसद को भी दे गया चकमा, जानिए क्या है पूरा मामला

पकड़े गए फर्जी आईएएस का नाम देबांजन देब है. वह खुद को कोलकाता म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (KMC) का जॉइंट कमिश्नर बताता था और वैक्सीन कार्यक्रम चला रहा था. इसी वैक्सीन कार्यक्रम में महिला सांसद ने टीका भी लगवाया था.

कोलकाता पुलिस के हत्थे एक नकली आईएएस ऑफिसर चढ़ा है. फर्जी आईएएस ऑफिसर कोलकाता म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (KMC) का जॉइंट कमिश्नर बनकर वैक्सीन कार्यक्रम चला चला रहा था.

फर्जी आईएएस ऑफिसर नीली बत्ती लगी कार में घुमता था. पुलिस ने उसके पास से नीली बत्ती लगी कार, नकली परिचय पत्र और फर्जी कागजात बरामद किया है, पकड़े गए फर्जी आईएएस का नाम देबांजन देब है. उसके नकली परिचय पत्र पर आईडी संख्या 25757 लिखा हुआ है.

दरअसल मंगलवार को जादवपुर की टीएमसी सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती (TMC MP Mimi Chakraborty) ने कोलकाता नगर निगम (KMC) की ओर से लगाए गए शिविर में टीके की पहली डोज ली थी. मिली जानकारी के अनुसार मिमी चक्रवर्ती को दो-तीन घंटे बीत जाने के बाद भी जब टीकाकरण का संदेश उनके मोबाइल पर नहीं आया, तब वह कैंप में दोबारा जा पहुंची. बताया गया कि तीन-चार दिनों बाद सर्टिफिकेट मिलेगा. संदेह होने के बाद मिमी चक्रवर्ती ने तत्काल पुलिस को इस बारे में सूचना दे दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जांच कि तो पता चला कि नगर निगम की ओर से कैंप आयोजित ही नहीं कराया गया था.

खुद का बताता था आईएएस अधिकारी

पुलिस ने बताया कि तब देवांजन देव की तहकीकात होने लगी. जानकारी मिली कि वह आईएएस अधिकारी है और उसी ने खुद को नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी बताकर कैंप आयोजित कराया था. खुद को आईएएस बताता था और नीली बत्ती वाली कार में आता था. उसके साथ गार्ड भी रहते थे. हालांकि जब जांच की गई तो पता चला कि उसका कार्ड फर्जी थे,जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. एसएसडी डिवीजन के उपायुक्त आईपीएस रसीद मुनीर खान ने बताया कि उससे पूछताछ कर पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसके साथ और कौन-कौन से लोग इसमें शामिल हैं.

क्या बताया अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती ने

मिमी चक्रवर्ती ने बताया, ”कुछ दिन पहले मेरे पास फोन आया था. बताया गया कि केएमसी के ज्वाइंट कमिश्नर की ओर से कैंप का आयोजन किया जा रहा है. यहां थर्ड जेंडर, विशेष सक्षम लोगों, छोटे व्यापारियों का टीकाकरण किया जाएगा. मैं वहां गई और मैंने वहां खुद वैक्सीन ली थी, लेकिन जब मुझे कोई संदेश नहीं मिला, तो पूछताछ करने गई, तो मुझे कहा गया है कि आपके घर पहुंचा देंगे. तभी मुझे लगा कि ऐसा नहीं होना चाहिए. मुझे बहुत बड़ी गड़बड़ी लगी और मैंने प्रशासन को सूचित किया.”

आरोपी अभय बहल नोएडा के सेक्टर 15 ए का निवासी है. पुलिस ने बताया कि उसे सूचना मिली कि खुद को आईएएस बताने वाला शख्स सैमसंग के एक शोरूम में है है और वह 1.4 लाख रुपये का मोबाइल अपने एक फेक चेक के जरिए खरीदने की कोशिश कर रहा है.

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