न्याय मित्र सेवा समिति के नए कार्यकारिणी का गठन, रुपेश श्रीवास्तव अध्यक्ष, गोपीचंद जैसवानी सचिव चुने गए
न्याय मित्र सेवा समिति की स्थापना गरीब एवं निर्धन तथा असहाय व्यक्तियों को
निःशुल्क न्याय दिलाने के लिए की गई है। इसकी स्थापना वर्ष 2018-19 कर समिति का पंजीयन
कराया गया था। कोरोना काल के चलते नई कार्यकारिणी का गठन नहीं हुआ था, कोरोना के प्रभाव कम होने के बाद आज नई कार्यकारिणी का गठन किया गया ।
जानकारी के अनुसार पूर्व में समिति के अध्यक्ष अधिवक्ता अजय पाण्डेय, सचिव विनय दुबे एवं कोषाध्यक्ष राकेश देवांगन चुने गए थे, जिनका दो वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया था, कोरोना महामारी के कारण न्यायालय बंद था। कोरोना महामारी कमी आने के बाद न्यायालय खुलने के उपरांत न्यायमित्र सेवा समिति की बैठक आज यानि बुधवार को मिनी सामुदायिक भवन जिला न्यायालय परिसर मे किया गया। बैठक मे सर्वप्रथम कोविड-19 के दौरान मृत अधिवक्तागण के लिए 2 मिनट का शोक रखकर उनके आत्मा के शांति के लिए प्रार्थना किया गया। उसके पश्चात बैठक आरम्भ किया गया। समिति के सदस्यों के उपस्थिति मे
कई प्रस्ताव पारित किया गया।
समिति के नए कार्य कारिणी का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया। वर्ष 2021-22 के लिए समिति के अध्यक्ष के रुप मे वरिष्ठ अधिवक्ता रुपेश श्रीवास्तव, सचिव गोपीचंद जैसवानी, कोषाध्यक्ष मनीष कश्यप, उपाध्यक्ष शंकर चतुर्वेदानी, सह सचिव सुधीर पाण्डेय को चुना गया। पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता अजय पाण्डेय को समिति का संरक्षक नियुक्त किया गया। इस अवसर पर समिति के वर्तमान पदाधिकारी, सचिव विनय दुबे, कोषाध्यक्ष राकेश देवांगन,
अधिवक्ता अश्वनी जायसवाल एवं अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।