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नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का सरकार पर तंज, बोले – बारदाना का पता नहीं, धान खरीदी कर रही है प्रदेश सरकार

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प्रदेश में धान खरीदी को लेकर जो अव्यवस्था का आलम है वह किसी से छिपी नहीं है। पूरे प्रदेश में कमोबेश एक ही स्थिति है। धान खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्था के बीच किसानों को भारी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। नियम के मुताबिक धान के मानक बेहतर होने के बाद भी सहकारी समितियों में किसानों को धान खरीदी के नाम पर परेशान किया जा रहा है जिससे प्रदेश की कांग्रेस सरकार धान खरीदी को लेकर अपनी तैयारियों को छिपा सके। उन्होंने कहा कि धान खरीदी से लेकर बारदाना के मसले पर प्रदेश की सरकार केवल मात्र भ्रम फैलाने में लगी हुई है। धान खरीदी को लेकर बारदाने खरीदने की प्रक्रिया पहले ही प्रदेश सरकार को पूर्ण करनी होती है लेकिन अब पानी सर से ऊपर निकल गया तो प्रदेश के मुख्यमंत्री व उनके मंत्री अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए केन्द्र सरकार पर आरोप लगाने से नहीं बच रहे है। जो उनके राजनीतिक अपरिपक्वता को प्रदर्शित करता है।

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नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने स्वयं ही विधानसभा में स्वीकारा है कि बारदाना खरीदने की प्रक्रिया और जूट कमिश्नर कलकत्ता से जो आवश्यक कार्यवाही की जानी चाहिए उसके लिए प्रदेश की सरकार ही जिम्मेदार होती है। लेकिन अब धान खरीदी के नाम पर अपनी असफलता को छुपाने के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार और उनका पूरा मंत्रिमंडल आरोप प्रत्यारोप में ही व्यस्त है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस को किसानों ने जो बहुमत दिया है कांग्रेस का बहुमत का अपमान किसानों के अपमान के साथ कर रहा है और जिस तरह से प्रदेश के सभी सहकारी समितियों में धान खरीदी के नाम पर किसानों के साथ जो अभद्रता हो रही है वो निंदनीय है। हर स्तर पर टोकन से लेकर बारदाना तक किसानों को जद्दोजहद करना पड़ रहा है और इस सबकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है। लेकिन प्रदेश की सरकार पूर्णत: सत्ता के आनंद में पूर्ण व्यस्त है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि किसानों के हितों की चिंता करते हुए प्रदेश सरकार को तत्काल बारदाने की व्यवस्था कर धान खरीदी को सुचारू रूप से संचालित की जानी चाहिए और प्रदेश में जो परिस्थितियां निर्मित हो रही है वह भयावह हो सकती है। इसका ताजा उदाहरण हमें बालोद में देखने को मिला था।

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