देखिये तस्वीरें : बिलासपुर नगर निगम की इंजीनियरिंग विंग फेल!….ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने करोड़ों फूंके, बारिश के बाद फिर पूरा शहर हुआ जलमग्न
आखिर वही हो रहा है, जिसका डर था | नगर निगम द्वारा बिलासपुर में सड़कों के साथ-साथ बरसाती पानी निकासी के लिए नाला-नालियों में करोड़ों खर्च किए गए, लेकिन करोड़ों रुपए फिर सड़कों के ऊपर बरसाती पानी के रूप में तैरता दिखाई दे रहा है | हर साल की तरह एकबार फिर बिलासपुर नगर निगम के इंजीनियरों की इंजीयरिंग फेल साबित हो रही है | देखिये तस्वीरें सोमवार को शहर में हुई बारिश की है | जाहिर है कि शहर में मूसलाधार बारिश अगर कुछ देर तक होती रही तो शायद शहर में बाढ़ जैसे हालत बन जाते |
देखिये, पहली तस्वीर श्रीकांत वर्मा मार्ग की है | यह वही सड़क है जो श्रीकांत वर्मा मार्ग को लिंक रोड से जोड़ती है | इस सड़क पर बारिश के बाद पानी का जमवाड़ा इस कदर नगर निगम के इंजीनियरिंग विंग की पोल खोल रहा है | इस मार्ग में जलभराव की समस्या दूर करने निगम ने साल पहले ही लाखों खर्च कर कलवर्ट निर्माण और ड्रेनेज को सुधारने का काम किया गया था ।
इस भरोसे के साथ कि इसके तैयार होने के बाद बारिश में सड़क पर नाली का पानी नहीं भरेगा । आज जब आज बारिश हुई तो निगम का दावा खोखला साबित हुआ । सड़क में पहले से ज्यादा नाली का पानी भर गया था ।
दूसरी तस्वीर पुराना बस स्टैंड के चौराहे का है, देखिए किस कदर पानी का जमवाड़ा बना हुआ और इतने पानी में कार/स्कूटर से उतरना या कार/स्कूटर पर बैठना कितना मुश्किल होगा, आप सहज अंदाज लगा सकते हैं | यहाँ की ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने के लिए कई महीनों तक सड़क बाधित कर इमलीपारा रोड और टेलीफ़ोन रोड में नाली का निर्माण कराया गया, लेकिन यहाँ भी निगम की इंजीनियरिंग फेल साबित हुई है । असल में इंजीनियरों ने नाले को निर्माण तो करा दिया, लेकिन उसकी ढाल को सही नहीं बना पाए । इसके चलते पानी आगे जाकर रुक जाता है और बहुत धीमी गति से सामने वाले नाले तक पहुंचता है । इससे पानी अनावश्यक रूप से जगह-जगह पर भराव की स्थिति में आ जाता है | आज हुई बारिश के चलते एकबार फिर शहर के कई सड़कों पर पानी जमा होने से यहां यातायात बाधित रही ।
इसके अलावा शहर में तेलीपारा, गोलबाजार, सदरबाजार, जूना बिलासपुर, तैबा चौक के आसपास समेत कई जगहों पर जल भराव की स्थिति बनी हुई है | पिछले दो सालों में शहर की ड्रेनेज सिस्टम सुधारने के लिए करोड़ो रूपए खर्च किया गया है, शहर के कई हिस्सों में नाला-नालियों का निर्माण कराया गया है, लेकिन समस्या ज्यों का त्यों बना हुआ है |
इन तस्वीरों से अंदाजा लगा सकते हैं की निगम के इंजीनियरिंग विंग शहर में बरसाती पानी की निकासी की मैनेजमेंट को संभालना तो दूर, अभी समझ भी नहीं पाया है |