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‘जी न्यूज’ दफ्तर के बाहर रायपुर पुलिस ने नोटिस किया चस्पा, कही ये बात

जी न्यूज’ के एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने नोएडा आयी छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस बुधवार को एक बार फिर ‘जी न्यूज’ के दफ्तर पहुंची और दफ्तर के बाहर कई दस्तावेज देने के लिए नोटिस चस्पा किया है, जिसमें कहा गया है कि 7 दिनों के अंदर दस्तावेज देने होंगे। इसके साथ ही संपादक और सहसंपादक से पूछताछ के लिए सहयोग देने की बात कही गयी है। वहीं, रायपुर पुलिस ने एंकर रोहित को ‘फरार’ घोषित किया गया है। साथ ही इस नोटिस में रोहित रंजन को भी 7 दिनों की मोहलत देते हुए कहा गया है कि वह रायपुर जिले के सिविल लाइंस थाने में हाजिर होकर अपना पक्ष रखें।

इस पूरे मामले को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस नोएडा पुलिस पर एंकर रोहित रंजन को गायब करने का आरोप भी लगाया है।

दरअसल, रोहित रंजन की गिरफ्तारी को लेकर उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ टकराव के दूसरे दिन रायपुर पुलिस बुधवार सुबह 9 बजे एक बार फिर रंजन के घर पहुंची, लेकिन वह वहां नहीं मिले। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस ने रंजन का फरारी पंचनामा तैयार किया है और यह भी आरोप लगाया कि ‘जी न्यूज’ के कार्यालय में विवेचना में सहयोग नहीं किया गया।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, रायपुर पुलिस का दल अभी भी उत्तर प्रदेश में है और रंजन की तलाश की जा रही है।

इससे पहले कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस मंगलवार तड़के पत्रकार रंजन को गिरफ्तार करने इंदिरापुरम में उनके घर पर पहुंची थी, लेकिन इस दौरान उत्तर प्रदेश के नोएडा जिले की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और बाद में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया।

रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कहा, ‘नोएडा पुलिस ने रोहित को जमानत पर रिहा किया है, उन्हें रायपुर पुलिस को सूचित करना चाहिए था, क्योंकि पुलिस दल रोहित के संबंध में जानकारी लेने मंगलवार को सेक्टर-20 पुलिस थाने गया था, लेकिन उन्होंने हमें रंजन के बारे में कुछ नहीं बताया और मंगलवार की देर शाम एक प्रेस नोट जारी कर कहा कि वह जमानत पर रिहा हैं। इसके बाद से रंजन फरार है।’

वहीं, गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘दिनांक पांच जुलाई को थाना सेक्टर-20 में पंजीकृत मामले के विवेचना के क्रम में एंकर रोहित रंजन को पूछताछ के लिए उनके आवास न्यू स्कोटिस सोसाइटी, अहिंसा खंड, इंदिरापुरम से नोएडा लाया गया। पूछताछ के बाद साक्ष्यों के आधार पर उनकी गिरफ्तारी की गई। उनके ऊपर लगी धाराओं के जमानतीय अपराध होने के चलते उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है। विवेचनात्मक कार्रवाई प्रचलित है।’

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने यह कहा, ‘रायपुर पुलिस का दल बुधवार दोपहर ‘जी न्यूज’ के गौतमबुद्ध नगर स्थित दफ्तार पहुंचा। पुलिस दल ‘जी न्यूज’ के कुछ पदाधिकारियों का बयान लेना चाहता था, लेकिन किसी ने बयान नहीं दिया। बयान का नोटिस भी लेने से मना किया, जिसे पुलिस दल ने दफ्तर के बाहर चस्पा किया है।’

उन्होंने बताया, ‘जी न्यूज के कार्यालय में विवेचना में सहयोग नहीं किया गया, जिसे पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में नोट किया है।’

अग्रवाल ने बताया कि कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की शिकायत पर रायपुर जिले के सिविल लाइंस थाने में रविवार को रंजन और अन्य के खिलाफ विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया था।

उन्होंने बताया कि यादव ने शिकायत में कहा है कि ‘जी न्यूज’ चैनल द्वारा पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड में सांसद कार्यालय पर हमले और तोड़फोड़ पर दिए गए वक्तव्य को आपराधिक आशय और मनगढ़ंत तरीके से संपादित कर उसे उदयपुर की घटना से जोड़ दिया गया। शिकायतकर्ता के अनुसार इससे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों में भारी आक्रोश और तनाव व्याप्त है। यादव का यह भी कहना है कि इससे हिंदू और मुस्लिम समुदाय के मध्य घृणा और वैमनस्यता की भावना पैदा होकर सांप्रदायिक तनाव और लोक शांति को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि विधायक की शिकायत के बाद पुलिस ने जी ग्रुप के चेयरमैन और निदेशक, जी न्यूज चैनल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रसारित कार्यक्रम के निर्माता तथा कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले एंकर रोहित रंजन और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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