देश - विदेश

14 फ़रवरी से लेकर 26 फरवरी के बीच की जाने पूरी कहानी…. सेना, एयरफोर्स, सरकार और NSA ने कैसे प्लान कर POK में की बमबारी, आतंकी ठिकानों पर कैसे किया सर्जिकल स्ट्राइक

पुलवामा हमले के बाद देश में पाकिस्तान के खिलाफ काफी आक्रोश था, आतंकी हमले में 40 जवान शहीद होने के बाद देश पाकिस्तान से बदला मांग रहे थे | देश को पता था पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी | सरकार से सेना को खुली छूट मिलने के बाद भारतीय सेना पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमले की गाइड लाइन बनाना शुरू कर दिया था | सेना की तरफ से ये अचानक हमला नहीं थी  बल्कि इसके पीछे कई दिनों की रणनीति थी |

आपको बता दें कि सेना ने कैसे इस स्ट्राइक को अंजाम दिया, कितने दिनों में इसका प्लान बना |

14 फरवरी – पुलवामा में जैश का हमला हुआ, 40 से ज्यादा CRPF जवान शहीद हो गए. देश गुस्से से भर गया |

15 फरवरी – समय सुबह 9:30. इंडियन एयर फोर्स के चीफ बीएस धनोआ ने इस हमले के जवाब में एयर स्ट्राइक का प्रस्ताव रखा, सरकार ने हरी झंडी दे दी |

16 से 20 फरवरी – एयरफोर्स और आर्मी ने हवाई सर्विलांस किया. एलओसी के आसपास के इलाकों को छान मारा हीरोन ड्रोन्स की मदद से, देखा गया कि कहां-कहां आतंकियों के ठिकाने हैं |

20 से 22 फरवरी – इंडियन एयरफोर्स और इंटेलिजेंस ने साथ में बैठक की, टार्गेट टेबल बनाई गई माने उन इलाकों और अड्डों को छांटा गया जहां हमला बोला जा सकता है |

21 फरवरी – एनएसए अजीत डोवाल के सामने प्रेजेंटेशन दी गई कि किन जगहों पर स्ट्राइक की जा सकती है |

22 फरवरी – इंडियन एयरफोर्स 1 स्क्वॉड्रन ‘टाइगर्स’ और 7 स्क्वॉड्रन ‘बैटल एक्सेस’ को तैयार रहने को बोला गया स्ट्राइक मिशन के लिए |

22 फरवरी – 2 मिराज स्क्वॉड्रन्स ने 12 जेट्स तैयार किए इस मिशन के लिए, माने मिराज एकदम हमले के लिए तैयार करके खड़े कर दिए गए |

24 फरवरी – मध्य भारत के कई हिस्सों में ट्रायल रन किया गया, बठिंडा के अर्ली वॉर्निंग जेट और आगरा के मिड एयर रिफ्यूलर की मदद से |

25-26 फरवरी – स्ट्राइक मिशन को पूरी तैयारी के साथ अंजाम दिया गया, रात 3:20 से 3:30 बजे के बीच, 10 मिनट के अंदर 12 मिराज विमानों से 1000 किलो से ज्यादा के बम गिराए गए |

26 फरवरी – सुबह NSA डोवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी, सरकार ने माना कि ‘हां स्ट्राइक की है’ |

Back to top button
close