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MPऔर CG के इतिहास में हुआ ऐसा पहली बार….तय सीमा होने के बाद भी चर्चा नहीं कर पाए भूपेश सरकार….विपक्षी ने बताया सरकार की बड़ी चूक….मंत्री TS सिंहदेव ने कहा- हम तैयार थे… विपक्ष ने मांगा था समय

छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अनुदान मांग पर चर्चा नहीं होने पर विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा मचाया | विपक्ष ने तय सीमा तय होने के बाद  भी बजट पेश नहीं करने पर कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहस में ऐसा पहली बार हुआ है जब तय सीमा होने के बाद भी चर्चा नहीं किया गया |

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भूपेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विभाग के लिए बजट तय होने के बाद अभी तक विधायकों को प्रतिवेदन नहीं दिया गया है | तो विधायक कैसे चर्चा करेंगे | यह सरकार की बड़ी चूक है | इस तरह की घटना सरकार का अपने काम के प्रति लापरवाही बता रही है |

वही विधायक धर्मजीत सिंह ने भी कहा कि विधायकों को विभागीय प्रतिवेदन पहले ही दे दिया जाता है, जिससे विधायक तैयारी कर सके, बगैर प्रतिवेदन की चर्चा कैसे होगी | यह छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है |

सदन में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि प्रतिवेदन छपकर पहुंचने में विलंब हुआ, हम चर्चा के लिए तैयार थे, लेकिन विपक्ष के सदस्यों का कहना था कि हमे चर्चा के लिए थोड़ा और वक़्त चाहिए इसलिए हमने एक दिन आगे का समय बढ़ाया है |

मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि मेरी पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर से व्यक्तिगत चर्चा हुई थी, उन्होंने कहा कि हमे और वक़्त चाहिए, विपक्ष का कहना था कि हमने पूरा प्रतिवेदन नहीं पढ़ा है, इसलिए समय को आगे बढ़ाया गया है | जिसके बाद सदन की कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया है |

बता दें कि आज छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के चौथे दिन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के बजट अनुदान मांग पर आज चर्चा होनी थी, विभागीय मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा कि विभाग की तैयारी नहीं है, चर्चा के लिए आगे की तारीख तय कर दी जाए | इसके बाद विपक्ष ने सदन में हंगामा मचाया |

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