राजनीति

योजनाओं के नाम बदले पर विपक्ष का सदन में जमकर हंगामा….नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने बताया महापुरुष का अपमान….नाम बदलना सरकार की दूषित मानसिकता….सत्तापक्ष का पलटवार, कहा – नाम बदलने की परंपरा BJP ने ही शुरू किया

बीजेपी के पितृपुरुष पं. दीनदयाल उपाध्यय के नाम से संचालित विभिन्न योजनाओं के नाम बदले जाने पर बीजेपी ने सदन में सरकार के खिलाफ जमकर हंगामा मचाया, नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने इसे महापुरुष का अपमान बताते हुए कहा कि इस तरह से रातों रात महापुरुष के नाम बदल दिया जाना सरकर की दूषित मानसिकता को दर्शाती है | इसके बाद सदन में विपक्ष स्थगन की मांग करने लगे |

नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक के सवालों का कटाक्ष करते हुए मंत्री शिव कुमार डहरिया ने कहा कि महापुरुषों के नाम बदलने की परंपरा बीजेपी ने ही शुरू किया है | बीजेपी ने राजीव गांधी, इंदिरा गांधी के नाम संचालित योजनाओं के नाम बदले थे | इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि प्रजातंत्र की दुहाई देने वालों को पहले खुद अपने पार्टी को देखना चाहिए के उनके पार्टी ने क्या किया था |

अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा ने कहा कि किसी महापुरुष की विचारधारा व उनके नाम पर संचालित योजनाओं को बदला जाना अलोकतांत्रिक है | अगर सरकार किसी महापुरुष के नाम से कोई नयी योजना संचालित करती तो कोई दिक्कत नहीं होती | लेकिन किसी महापुरुष के नाम से संचालित योजनाओं को बदलना यह देश के परंपरा के खिलाफ है |

विपक्ष के सवालों के जवाब देते हुए कांग्रेसी विधायक मोहन मरकाम ने कहा कि यूपीए ने 920 करोड़ रुपये राजीव गांधी विद्युतीकरण के नाम पर संचालित किया था, जिसे बाद में बीजेपी सरकार ने दीनदयाल विद्युतीकरण योजना नाम रख दिया गया था |

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