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कलेक्टर ने चुनाव के दौरान लापरवाही बरतने वाले 18 कर्मचारियों की रोकी वेतन वृद्धी, हर्षिता को किया बर्खास्त
छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव के दौरान लापरवाही बरतने के कारण सरगुजा कलेक्टर ने 22 कर्मचारियों पर दंडात्मक कार्यवाही करते हुए 18 कर्मचारियों की वेतन वृद्धी रोकने के साथ ही सहायक प्राध्यापक के तौर पर कार्यरत हर्षिता त्रिपाठी को उसके पद से बर्खास्त कर दिया।
बता दें कि सरगुजा कलेक्टर सारांश मित्तर ने हाल ही में संपन्न हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता और चुनाव कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में 22 कर्मचारियों पर दंडात्मक कार्यवाही करते हुए, 18 कर्मचारियों की वेतन वृद्धी रोकने के साथ ही संविदा में सहायक प्राध्यापक के तौर पर कार्यरत हर्षिता त्रिपाठी को उसके पद से बर्खास्त कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार कार्यवाही करने से पहले कलेक्टर ने पाए गए आरोपियों को नोटिस जारी कर सफाई देने का मौका दिया था | लेकिन कर्मचारियों के तरफ से संतोषपद जवाब नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों पर तत्काल कार्यवाही करते हुए वेतन रोकने का निर्देश जारी कर दिया गया है, वही हर्षिता त्रिपाठी को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है |
मिली जानकरी के अनुसार हर्षिता त्रिपाठी ने मतगणना वाले दिन अपने फेसबुक पेज पर भाजपा प्रत्याशी को उसकी जीत पर बधाई दी थी। इस पर कलेक्टर ने हर्षिता से जवाब माँगा था लेकिन संतोसपद जवाब नहीं मिलने के कारण उन्हें संविदा में सहायक प्राध्यापक पद से बर्खास्त कर दिया।