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मंत्री मंडल के गठन को दिल्ली में मंथन शुरू, थोड़ी देर में राहुल गाँधी से मिलेंगे CM भूपेश बघेल….”भूपेश कैबिनेट” में इन विधायकों का मंत्री बनना लगभग तय

दिल्ली में छत्तीसगढ़ मंत्रीमंडल के नामों पर मंथन शुरू हो चुकी है, आज देर शाम तक मंत्रियों के नामों पर मुहर लगने की संभावना बताई जा रही है | भूपेश बघेल ने राहुल गाँधी के कार्यालय प्रमुख कनिष्क सिंह को मंत्री मंडल की संभावित सूची सौंप दिया है, देर शाम राहुल गाँधी से मिलने का समय मिला हुआ है | सूची सौंपने से पहले मंत्रिमंडल को लेकर भूपेश बघेल ने पीएल पुनिया और मोतीलाल वोरा से चर्चा कर चुके हैं |
बता दें कि 13 सदस्यों वाले राज्य शासन के मंत्री मंडल में पहले से ही दो मंत्री टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू केबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ले चुके है, बाकी बचे दस मंत्रियों के नामों पर मुहर आज लग सकती है | भूपेश सरकार को 68 विधायकों में से कुछ ऐसे विधायक भी हैं, जिनका मंत्री मंडल में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है | जिनमें से कई पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ ही पहले भी मंत्री रह चुके है, उन्हें प्रशासनिक कार्यों की अनुभव है, वही बताया जा रहा है इस बार प्रदेश के हाईप्रोफाइल सीट से जीतकर आए विधायकों को मौका मिल सकता है |

मुख्यमंत्री शपथ समारोह के दिन भूपेश बघेल के साथ टीएस सिंह देव और ताम्रध्वज साहू ने केबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लिया था |

चरणदास महंत को मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी मिल सकती, पूर्व केंद्रीय मंत्री रहने के साथ ही वे एमपी में गृहमंत्री रह चुके है, उन्हें प्रशासनिक कार्यों का अच्छा अनुभव है, इसके साथ वे प्रदेश कांग्रेस के कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके है, सीएम दावेदार के टॉप फोर में भी इनका नाम भी शामिल था |

उमेश पटेल युवा कांग्रेस अध्यक्ष होने के कारन युवाओं में उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है, इसके साथ ही वे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष व मंत्री स्व. नंदकुमार पटेल के बेटे हैं, उमेश पटेल दूसरी बार चुनाव जीतकर विधायक बने है |

साजा विधानसभा से सात बार विधानसभा चुनाव जीतने के साथ ही वे विपक्ष नेता प्रतिपक्ष रह चुके है, इसके साथ ही रविंद्र चौबे को  जनसंपर्क, पीडब्लूडी विभागों के कामकाज का अनुभव है, इसके चलते हुए इन्हे भूपेश केबिनेट में जगह मिल सकती है |

इस बार के विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक मतों से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर के नाम है | और उन्होंने ये जीत पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के गृहग्राम कवर्धा से जीता है | कांग्रेस से अल्पसंख्यक चेहरा होने के साथ ही वे चार बार विधायक चुने गए है |

शिव कुमार डहरिया आरंग से विधायक होने के साथ ही वे छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटीे के कार्यकारी अध्यक्ष भी है, इसलिए भी मंत्रिमंडल में इन्हे जगह मिल सकती है |

कवासी लखमा पार्टी के दिग्गज नेता होने के साथ ही वे लगातार चार बार के विधायक चुनकर आए है, आदिवासी चेहरा होने के कारण पार्टी इन्हे मंत्रिमंडल में कोई जिम्मेदारी दे सकती है |

राजिम विधायक अमितेश शुक्ल रायपुर के शुक्ला परिवार और श्यामा चरण शुक्ला के पुत्र और रविशंकर शुक्ला के पोते का वंशज हैं, इसके साथ ही वे जोगी सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री के रूप में कार्य कर चुके है, पार्टी से इनका बेहतर सम्बन्ध होने के कारण इसलिए भी इसका मंत्री बनना तय माना जा रहा है |

राष्ट्रीय स्तर के नेता मोतीलाल वोरा के पुत्र होने के कारण इनका भी मंत्रीमंडल में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है, इसके साथ ही अरुण वोरा दुर्ग शहर का एक लोकप्रिय विधायक है |

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