द बाबूस न्यूज़

सुर्खियां में नॉन घोटाला : IAS आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा के खिलाफ कोर्ट में पूरक चालान पेश, EOW ने दोनों को बनाया आरोपी….गिरफ्तारी वारंट जारी, कभी भी हो सकते हैं गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नागरिक आपूर्ति निगम (नान) घोटाले मामले में आईएएस आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजाकी मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही है | एंटी करप्शन ब्यूरो और आर्थिक अपराध ब्यूरो ने बुधवार को दोनों के खिलाफ कोर्ट में पूरक चालान पेश कर दिया है, चालान में दोनों अफसरों को फरार बताया गया है, कोर्ट ने पूर्व में दोनों को पेश होने के लिए नोटिस भी जारी किया था, लेकिन वे अनुपस्थित रहे । इसके बाद दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है | दोनों अफसरों की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है | सूत्रों की माने तो दोनों आईएएस अब हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाने की तैयारी में हैं।

एसीबी  बताया कि कोर्ट में 16 आरोपियों के खिलाफ पांच हजार पेज का चालान पेश किया गया था । आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा के खिलाफ 35 पेज का पूरक चालान पेश किया गया है । एसीबी ने बताया कि नान घोटाले में 294 गवाह बनाए गए हैं। चालान पेश होने के साथ ही अब इनकी गवाही की प्रक्रिया भी शुरू होगी । कुछ दिनों पहले ही कोर्ट ने अनिल टुटेजा की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था | कोर्ट की ओर से वारंट जारी होने के बाद अब दोनों अधिकारियों की जल्द गिरफ्तारी होगी।

ईओडब्लू ने कोर्ट को बताया कि जांच के दौरान नान दफ्तर से जो दस्तावेज और डायरी मिली हैं उनमें अन्य लोगों के अलावा शुक्ला और टुटेजा को भी रकम देने का उल्लेख है, आईएएस अनिल टुटेजा ने पूरक चालान के पहले ही अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी, कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था, इस मामले में ईओडब्ल्यू ने दोनों अफसरों समेत 18 लोगों को आरोपी बनाया है |

क्या था मामला

फरवरी 2015 में ईओडब्लू और एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने दोनों अफसरों के घर छापा मारा था | शुक्ला तब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सचिव तथा टुटेजा एमडी थे। छापे में नान से 1.60 करोड़ रुपए जब्त किए गए थे, साथ ही नान के दर्जनभर अफसरों की भी गिरफ्तारी हुई थी। 12 फरवरी 2015 को नागरिक आपूर्ति निगम के मुख्यालय सहित 28 ठिकानों पर कार्रवाई के दौरान 12 अधिकारियों-कर्मचारियों के पास से तीन करोड़ 64 लाख रुपए से ज्यादा की राशि बरामद की थी, नान मुख्यालय में प्रबंधक शिवशंकर भट्ट के कार्यालय से एक करोड़ 76 लाख रुपए नगद मिले थे | तब शुक्ला और टुटेजा का नाम भी घोटाले में उछला था, पर चार्जशीट में जिक्र न होने से दोनों पर कार्रवाई नहीं हुई । लेकिन बुधवार को पेश पूरक चालान में दोनों अफसरों का उल्लेख है ।

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