राजनीति

कांग्रेस ने DGP को लिखा पत्र, भूपेश के बंगले में जूता-चप्पल फेंकने वाले भाजपाइयों पर FIR दर्ज करने की मांग!…तीन दिन पहले मंत्री अमर के बंगले में कचरा फेंकने वाले कांग्रेसियों पर हुआ है अपराध दर्ज

बिलासपुर में मंत्री अमर अग्रवाल के घर पर कचरा फेंकने के बाद 8 कांग्रेस नेताओं पर थाना में जुर्म दर्ज करने के मामले में एकबार कांग्रेस ने भाजपा और पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है | कांग्रेस ने डीजीपी को पत्र लिखकर रायपुर स्थित भूपेश बघेल के निवास पर 31 अक्टूबर 2017 को बीजेपी युवा मोर्चा द्वारा जूता चप्पल फेंकने और धमकी देने के मामले में अपराध दर्ज करने कहा है | 
कांग्रेस ने पत्र में लिखा है –
“निवेदन है कि दिनांक 29-10-2017 को भूपेश बघेल के निवास पर हमला करने वालों की एक शिकायत दिनांक 31.10.2017 को की गई थी । उक्त शिकायत में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अमित मैसरी, अशोक पांडे, बजरंग खंडेलवाल के साथ लगभग सब 100 से अधिक सदस्य उपस्थित हो एक राय होकर सुनियोजित ढंग से बिना अनुमति के जबरदस्ती प्रवेश कर बाउंड्री वाल के अंदर घुसकर गंदी-गंदी गालियां देते हुए कुछ लोग दीवाल फांद कर अंदर घुस गए और ‘‘कहां है भूपेश बघेल? जो हमारे नेता राजेश मूणत के खिलाफ बोलते हैं आज हम उसे नहीं छोड़ेंगे और उसे जान से मार डालेंगे’’ ऐसा कहकर नारेबाजी कर रहे थे
 
लाठी डंडा लेकर चिल्ला रहे थे और दीवार एवं दरवाजा पीट रहे थे । भूपेश बघेल के आवास पर नहीं होने के बाद भी घर में उपस्थित कर्मचारियों के सामने भी आरोपी गण जूता चप्पल एवं लाठी डंडे से दरवाजे एवं दीवाल को पीटते रहे थे । और सभी आरोपी गण एक राय होकर राजेश मूणत के शह पर और उसके इशारे पर तथा भाजपा नेताओं के उकसाने पर भूपेश बघेल के ऊपर गंभीर हमला करने का प्रयास किए थे । इन सभी भारतीय जनता पार्टी के नेता गण और कार्यकर्ताओं के द्वारा गंभीर आपराधिक कृत्य किया गया था । जिसकी लिखित शिकायत दिनांक 31-10-2017 को थाना प्रभारी थाना सिविल लाइन रायपुर में किया गया था जिस पर आज दिनांक तक मामला दर्ज होने की कोई अधिकृत जानकारी नहीं है ।
 
दिनांक 18/09/2018 को बिलासपुर में मंत्री अमर अग्रवाल के घर पर पूर्व सूचना देकर विरोध प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के शांतिपूर्ण आंदोलन के पश्चात वापस कांग्रेस भवन बिलासपुर में पहुंच जाने के बाद भी, कांग्रेस भवन में भजन कर रहे कांग्रेसियों को लाठी डंडे के दम पर दौड़ा दौड़ा कर कांग्रेस भवन के अंदर से पीट-पीट कर, खदेड़ कर, कांग्रेस भवन से बाहर निकाला गया और गिरफ्तार किए जाने वाली बस में बैठाने के पूर्व एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर के द्वारा सिर पर लाठी चलाकर अन्य पुलिसकर्मियों को बोलकर बुरी तरह से लाठी डंडा लात घुसो से पिटाई कराई गई जिसका वीडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध है । इसके बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण क्रमांक 806/18 धारा 147, 148, 186, 294, 303 भा.द.सं. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है । उन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होने मंत्री के घर पर कथित रूप से कचरा फेंका ।
 
छत्तीसगढ़ सरकार की पुलिस भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा किए गए अपराध पर 1 वर्ष से अधिक समय होने के बावजूद आज तक मामला पंजीबद्ध नहीं किया है वहीं पुलिस के अत्याचार के शिकार और मानवाधिकार हनन करने वाली पुलिस के द्वारा ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है । 
 
भारत के संविधान में समता एवं समानता के अधिकार के उल्लंघन का यह विशिष्ट मामला है । एक ही तरह के दो मामलों में प्रशासन की भूमिका दो तरह की दिखाई देती है । छत्तीसगढ़ में भेदभाव की यह प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से बंद करें और दिनांक 31-10-2017 थाना सिविल लाइन रायपुर में दी गई शिकायत के आधार पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं के विरुद्ध तत्काल प्रभाव से अपराध पंजीबद्ध कर उसकी सूचना हमें प्रदान करें।”
 
इस पत्र के माध्यम से एकबार फिर भाजपा और पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा करनेकी कोशिश की है |

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