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CM रमन सिंह के बाद अब कांग्रेस ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष कौशिक समेत दिग्गज मंत्रियों पर साधा निशाना!….”विकास पर खुली चर्चा” के लिए मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत और अमर अग्रवाल को दी खुली चुनौती, पूछा – जगह, मंच और तारीख़

कांग्रेस ने एकबार फिर विकास को लेकर रमन सरकार को कटघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया है | रायपुर में कांग्रेस नेताओं ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि बीते 6 सितंबर को अपनी विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने बिलासपुर में एक पत्रवार्ता में विकास के संबंध में बहुत सी बातें कही थीं ।

प्रेसवार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, रायपुर महापौर प्रमोद दुबे, भिलाई महापौर देवेन्द्र यादव, कांग्रेस चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि कांग्रेस को विकास समझ की परिभाषा समझ में नहीं आती, उन्होंने कहा कि कांग्रेसी विकास नहीं जानते और यहां तक कि उन्होंने कहा था कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को विकास का नज़रिया बदलना चाहिए तो उन्हें प्रदेश में विकास दिखेगा ।

आठ सितंबर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री रमन सिंह को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि विकास का नज़रिया समझने समझाने के लिए खुली चर्चा कर लें ।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि मुख्यमंत्री जगह, मंच, तारीख़ ख़ुद चुन लें और जनता के सामने बैठकर विकास पर चर्चा कर लें। बात – बात पर प्रतिक्रिया देने वाले डॉ रमन सिंह ने इस चुनौती पर कोई जवाब नहीं दिया । लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक से लेकर प्रेम प्रकाश पांडेय, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत और अमर अग्रवाल तक लगभग पूरा मंत्रिमंडल इस चुनौती पर मुख्यमंत्री के बचाव में कूद गया ।

धरमलाल कौशिक ने तो कह दिया कि भूपेश बघेल का कद मुख्यमंत्री के बराबर नहीं है और मुख्यमंत्री सीधे राहुल गांधी से ही चर्चा करेंगे । आज कांग्रेस के ये सारे युवा नेता विकास पर खुली चर्चा पर चर्चा के लिए चुनौती देने के लिए एकत्रित हुए हैं । इनमें दो महापौर प्रमोद दुबे और देवेंद्र यादव हैं, चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता हैं ।

हमारे ये सभी नेता अलग अलग चुनौती दे रहे हैं कि मुख्यमंत्री के बचाव में आने वाले सारे नेता और मंत्री पहले इन सबसे विकास पर खुली चर्चा कर लें और अपना नज़रिया समझा लें ।

कांग्रेस के लिए यह सवाल क़द का नहीं है, जनता के हित का है, इसलिए हम चाहते हैं कि चुनाव से पहले विकास के मुद्दे पर खुली चर्चा हो जाए । सरकारी खर्चे पर विकास का प्रचार कर रही सरकार को जनता के सामने भी विकास के सवालों से दो चार होना चाहिए ।

चुनावी साल में  राजीनतिक पार्टियों के बीच वार-पलटवार का सिलसिला तेज होने लगा है, कांग्रेस के इस चुनौती के जवाब में जल्द भाजपा पलटवार कर सकती है |

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