राजनीति

शायराना अंदाज में भूपेश बघेल का CM रमन सिंह पर जबरदस्त हमला!…बोले – “लगा मोबाईल फटने तो लगा बोनस बटने”….संचार क्रांति का “मास्टर स्ट्रोक” पड़ा उल्टा, तो अब याद आई “बोनस”

पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने जब विधानसभा में सत्र का अंतिम भाषण पढ़ा, तो यह भाषण रमन सरकार के स्काई योजना और बोनस पर केंद्र्ति दिखा, भूपेश अपने भाषण में रमन सरकार पर कहावत पढ़कर तंज कसते दिखाई दिए |
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि पावस सत्र में जो अंतिम सत्र के रूप में कहा गया था, अधिकारियों को, पत्रकारों को, सचिवालय को सबको धन्यवाद दे दिया गया था । सबने धन्यवाद दिया था । सभापति महोदय फोटो भी खिंचवा लिये थे और जिनके साथ फोटो खिचवायें तो स्वर्ग सिधार गये, कल हमने श्रद्धांजली भी दी । ये नई परंपरा की शुरूआत हुई है । जब सत्रावसान हो जाये और चुनाव के लिये जाना है, उस समय आपने ही सप्लीमेन्ट्री बजट में सब कुछ डाल दिया था । आपको मोबाईल बांटना है, धान के लिये भी, सब कुछ कर दिया था । लेकिन ये पहला सत्र ऐसा है जिसमे न प्रश्नकाल है, न ध्यानाकर्षण है । इस प्रकार के सत्र विशेष परिस्थिति में जब कोई प्राकृतिक आपदा आ जाये, कोई राजनीतिक स्थिति खड़ी हो जाये, उस परिस्थिति में इस प्रकार की बैठकों का अयोजन होता है, लेकिन ये पहली बार हम लोग देख रहे है। एक कहावत है “लगा कलेजा फटने तो लगी पंजीरी बंटने”।
महराज वह आप बोल देंगे ।

भूपेश बघेल ने कहा कि अब ये युक्ति बदल गई । “लगा कलेजा फटने तो लगी पंजीरी बंटने” अब ये बदल गया है । “लगा मोबाईल फटने तो लगा बोनस बटने” मास्टर स्ट्रोक समझे थे, घर-घर में मोबाईल 55 लाख मोबाईल सबके हाथ में मोबाईल, टेलीविजन, समाचार पत्रों में खूब विज्ञापन, संचार क्रांति हो जायेगी । लेकिन कमीशनखोरी इतनी हावी थी । अमेजान में हम लोगो ने देखा कि मोईक्रोमैक्स का 3100 में सिंगल मोबाईल मिलता है । सरकार ने 55 लाख मोबाईल खरीदा तो सस्ता होना था । 2000 रूपये में मिलता, वह 4100 रूपये हो गया और हिसाब करें तो 500 से हजार करोड़ का वारान्यारा हो गया । लेकिन ये तो बकरे की जान भी गई और खाने वाले को मजा भी नहीं आया । स्थिति यह है कि मोबाईल लिये तो आदमी चार्ज करने में डरता है और चार्ज कर लिये तो बात करते में डरता है । मोबाईल गर्म हो जाता है, डिस्चार्ज हो जाता है। फिर वह पैसा भी पटाना पड़ता है, 6 महीना का बोले थे, वह 15 दिन, एक महिने नहीं चलता । अब तो मोबाईल फटने भी लगा है ।
मोबाईल दिन भर में 24 घंटे चलता है, यदि सुबह चार्ज करें तो देर रात तक चलता ही है, लेकिन ये ऐसा मोबाईल है कि 3 घंटे ही डिस्चार्ज हो रहा है ।
वह बूमरेंग हो गया, यह मोबाईल संचार क्रांति बूमरेंग हो गया । उल्टा पड़ गया । मास्टर स्ट्रोक ब्रम्हास्त्र पता नहीं भाजपा वाले क्या-क्या बोलते है । बूमरेंग हो गया अब उस मोबाईल को कोई रखना नहीं चाहता । एक व्यक्ति का पूरा गाल जल गया । एक चार्जिंग करते हुये फट गया ।
लैलूंगा में मोबाईल चार्ज कर रहा था, उसको करेन्ट लगा गया, आदमी मर गया। इसके लिये दोषी कौन है।
भूपेश बघेल ने कहा उसके लिये दोषी कौन है? प्रतापपुर में घर जल गया । मेरे क्षेत्र से एक लड़का आया था, वह बोला कि मेरी मां को मोबाईल मिला था, मैने कहा कि दिखा मोबाईल मैं भी देखूं वह बोला कि मैं लाया नहीं, क्यों? बोला कि डर लगता है । पड़ोसी मांग रहा है, मैं उसे दे दूंगा मैं नहीं रखने वाला हूं । यह स्थिति मोबाईल की है । 2200 करोड़ रूपये बर्बाद कर दिये। आपने 55 लाख मोबाईल बांटने का निर्णय लिया। रायपुर राजधानी में बैठे है । 3 लाख परिवार है । सारे अधिकारी बैठे है, सिर्फ 39 हजार मोबाईल बंट पाया ।
यदि आज रायपुर में 3 लाख परिवार में 39 हजार मोबाईल बांट रहे है, तो प्रदेश की स्थिति क्या है? मोबाईल कहां जायेगा? उसका पैसा कहां है? आप तो भ्रष्टाचार करने में लगे है । कमीशनखोरी में लगे है। उसकी टेण्डर की प्रक्रिया का पता नहीं है । उसमें कौन-कौन भाग लिया है इसका पता नहीं है । कितने लोगों ने टेण्डर भरा उसका पता नहीं है और आप ऐसे मोबाईल् ले आये, 12सौ रूपये का मोबाईल नहीं होता है । दिनभर बैटरी चलती है।
भूपेश बघेल ने कहा कि यह जो सत्र बुलाया गया है, यह किसानों के हित के लिये नहीं है, यह तो रमन सरकार ने भय के कारण बुलाया है । आपने जो वायदा किया उसके लिये भी यदि इसको बजट में शामिल कर लेते तब भी हम सहमति देते । आज 21 सौ रूपया प्रति क्विंटल धान खरीदने की बात कही थी । यदि 5 साल के हिसाब से उतना प्रावधान किया होता तो तब हम आपका समर्थन करते।

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