राजनीति

फ़्लैशबैक : रमन सिंह के वो दिग्गज मंत्री, जिनके 2013 के चुनाव में धुर्रे उड़ गए

2013 विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल में छत्तीसगढ़ के चुनावी नतीजों का जो आकलन किया गया था, बीजेपी ने उससे भी दो कदम आगे जाकर परफॉर्म किया है | विभिन्न एग्जिट पोल बीजेपी के जीतते दिखाया था, शाम पांच बजे तक पार्टी बढ़त के साथ कई सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी थी | एग्जिट पोल में जहां बीजेपी को जितने फीसद वोट मिलने का अंदाजा लगाया गया था, वही पार्टी पांच बजे तक उससे ज्यादा वोट हासिल कर चुकी थी |

छत्तीसगढ़ में एक बार फिर वही रमन की लहर दिखाई दी, जो 2003, फिर 2008 के विधानसभा चुनाव में दिखी थी | पांच बजे तक भाजपा एकबार फिर प्रदेश में सरकार बना चुकी थी, लेकिन विरोधी पार्टी से ज्यादा बुरी गत तो निवर्तमान रमन सरकार के कुछ मंत्रियों की हुई, जो अपना ही चुनाव नहीं निकाल पाए, रमन सरकार के कई दिग्गज मंत्री  चुनाव हार गए, जो लगातार मंत्री बने रहने का दावा कर रहे थे । सीजी न्यूज़ 24 डॉट कॉम आज आपको उन पांच दिग्गज नेताओं के बारे में विस्तार से बताने जा रहा है। जिनके  2013 के विधानसभा चुनाव में धुर्रे उड़ गए थे |

आइए नजर डालते हैं रमन के ऐसे ही मंत्रियों पर : –

रमन सरकार के दूसरे कार्यकाल में प्रदेश के गृह विभाग का कमान संभल रहे पूर्व गृहमंत्री राम विचार नेताम भी इन्हीं मंत्रियों के समूह में शामिल थे, रामविचार नेताम रामानुजगंज विधानसभा से चुनाव लड़ते हैं, इस विधानसभा में 2013 के चुनाव में कुल 1 लाख 74 हजार 687 मतदाता थे, जिनमें से 48.78 मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट किया था, कांग्रेस के बृहस्पत सिंह को 73174 वोट मिला था, जबकि बीजेपी के रामविचार नेताम को 41.06  फीसदी यानि  61582 वोट मिला था, पूर्व मंत्री रामविचार नेताम यहाँ से 11592 मतों  से पराजित होना पड़ा था |

रमन सरकार के विश्वसनीय सिपाही प्रदेश के स्वास्थ्य की कमान संभालने वाले डॉ कृष्णा मूर्ति बाँधी भी हारने वाले दिग्गजों के समूह में शामिल थे, विधानसभा मस्तूरी में कुल 239819 मतदाता हैं, जिनमें  से 48.24 फीसदी यानि 86509 ने कांग्रेस के दिलीप लहरिया को वोट दिया था, जबकि भाजपा के कद्दावर मंत्री डॉ. कृष्णा मूर्ति बांधी महज 34.78 फीसदी यानि 62363 वोट ही मिल सका | नतीजतन प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ कृष्णा मूर्ति बाँधी को 24146 मतों से चुनाव में हार का मुँह देखना पड़ा |

रमन सरकार के दूसरे कार्यकाल में महिला बाल विकास  विभाग की जिम्मा संभाल रही आदिवासी नेता लता उसेंडी भी अपनी सीट बचाने में नाकाम रही | 2013 के विधानसभा चुनाव में लता उसेंडी कोंडागांव विधानसभा से चुनाव लड़ी थी, जहाँ कुल 148369  मतदाता हैं, जिनमें से 43.24 मतदाताओं ने कांग्रेस को मतदान कर विजयी बनाया | कांग्रेस के मोहन मरकाम को 54290 वोट मिला था, जबकि बीजेपी के मंत्री लता उसेंडी को 39.15 फीसदी यानि 89155 वोट ही मिला | पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री लता उसेंडी को  5135 वोट से चुनाव में हार का सामना करना पड़ा |

रमन सरकार के दूसरे कार्यकाल में पावरफुल मंत्रालय संभाल रहे मंत्रियों में से चंद्र शेखर साहू को भी इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा | विधानसभा अभनपुर में कुल 172782  मतदाता हैं, जिनमें से 46.68 फीसदी मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट किया था, कांग्रेस के धनेन्द्र साहू को 67926 वोट मिला था, जबकि बीजेपी के चंद्रशेखर साहू को 40.94 फीसदी यानि 59572 वोट मिला था | पूर्व मंत्री रहें चंद्रशेखर साहू को 8354 वोट से हार का सामना करना पड़ा था |

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के करीबी और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को भी तक़रीबन 11 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा |  विधानसभा बिल्हा में कुल 230987 मतदाता हैं, जिनमें से 46.19 फीसदी मतदाताओं ने कांग्रेस को मतदान किया था, कांग्रेस के सियाराम कौशिक को 83598 वोट मिला था, जबकि बीजेपी के धरम लाल कौशिक को 41.00 यानि  72630 वोट मिला था |  यहाँ से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक 10968 वोट से चुनाव हराना पड़ा था  | धरम लाल कौशिक फिलहाल भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष हैं |

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