द बाबूस न्यूज़

क्या भाजपा में शामिल हो सकते हैं कलेक्टर ओपी चौधरी…..गर्म है सियासी चर्चा, उमेश पटेल के सामने बड़ा चेहरा उतारने की तैयारी में है भाजपा

प्रदेश में अफसरों को अब नेता बनना भाने लगा है, ये अफसर नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने के लिए अलग-अलग राजनीतिक दलों में शामिल भी हो रहे हैं | हाल ही में तीन पुलिस अफसर के चुनावी राजनीति में सक्रिय होने के बाद राज्य की राजनीति में क़यास लगाए जा रहे हैं कि अगली बारी किसकी है | हालांकि इन अफसरों के उम्मीदवारी की घोषणा अभी बाक़ी है | इन अफसरों के बाद अब प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर ओपी चौधरी के राजनीति में कदम रखने को लेकर चर्चा गरम है, रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी के भाजपा में शामिल होने की चर्चा है, हालाँकि इस चर्चा पर अभी तक मुहर नहीं लग सकी है |

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही सियासी उठापटक भी तेज हो गई है । कलेक्टर ओपी चौधरी को लेकर चर्चा है कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं और खरसिया विधानसभा से अपनी किस्मत आजमा सकते हैं । इस विधानसभा में कांग्रेस के कद्दावर नेता स्व. नन्द कुमार पटेल के पुत्र उमेश पटेल चुनाव लड़ते हैं, यह कांग्रेस कि परंपरागत सीट बन चुकी है, ऐसे में भाजपा को इस सीट के लिए बेहतर चेहरे कि तलाश है, जो कांग्रेस कि इस परंपरा को तोड़ सके |

ऐसे में भाजपा कलेक्टर ओपी चौधरी को मैदान में उतार सकती है | रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी की सक्रियता अचानक रायगढ़ के खरसिया में बढ़ी हुई है, आईएएस ओपी चौधरी रायगढ़ के ही रहने वाले हैं | राजनीतिक हलकों में जबरदस्त चर्चा है कि चौधरी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं |

23 साल की उम्र में बने आईएएस ओपी चौधरी मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की भी पहली पसंद हैं, गौरतलब है कि आईएएस ओपी चौधरी 2005 बैच के अधिकारी है ।

जानकारी के मुताबिक बीते दो माह से भाजपा आलाकमान से ओपी चौधरी की चर्चा चल रही थी । हालांकि इस खबर की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है | ओपी चौधरी रायगढ़ जिले के बयांग गांव के रहने वाले हैं और अगहरिया समुदाय के रोल मॉडल माने जाते हैं ।

कलेक्टर ओपी चौधरी अलग-अलग जिलों में बेहतर कार्य करने के लिए कई पुरूस्कार से सम्मानित हो चुके हैं, दंतेवाड़ा जिले में एजुकेशन सिटी स्थापित करने का श्रेय भी ओपी चौधरी को ही जाता है, इस काम के लिए उन्हें प्रधानमंत्री एक्सीलेंस अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।

पहले भी आईएएस अफसर अजमा चुके हैं किस्मत

इससे पहले भी कई आईएएस अफसर राजनीति के सफर में अपनी किस्मत अजमा चुके हैं | इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत प्रमोद कुमार जोगी, प्रदेसज कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, एच सी किंडो, भंवर से पोर्ते, उरांव समेत कई नेता ऐसे हैं, जिन्होंने आईएएस की नौकरी को अलविदा कहकर राजनीति में कदम रखा था |

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