राजनीति

विद्यायक शैलेश पांडेय और मरवाही विद्यायक केके ध्रुव ने मरवाही में मनाया पेंशन-डे, पेंशनर्स के समस्याओं से हुए रूबरू

आज मरवाही में बिलासपुर विद्यायक शैलेश पांडेय और नवनिर्वाचित विद्यायक डॉ कृष्ण कुमार ध्रुव जिला अध्यक्ष कांग्रेस मनोज गुप्ता और पेंशनर संगठन के प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों के मध्य मरवाही दुर्गा चौक में सम्पन्न हुआ | इसमें सभी विभागाध्यक्षों के साथ पेंशनर संगठनों के पदाधिकारी द्वारा दोनों विद्यायक के समीप अपनी बात रखे जिसे बहुत ही सहजता से विधायक ने स्वीकार की |

17 दिसंबर को पेेंशनर दिवस मनाया जाता है। सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारियों को अपनी पेंशन प्राप्त करने में कई समस्याएं आती हैं और उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ता है। पेंशनर्स की इन समस्याओं के निराकरण के लिए शासन ने पेंशनर दिवस मनाने के निर्देश दिए हैं । शासन से प्राप्त पत्र के अब प्रति वर्ष 17 दिसंबर को पेंशनर दिवस मनाया जाता है |

बिलासपुर विद्यायक शैलेश पांडे जो आज के कार्यक्रम के मुख अतिथि जी ने कहाँ आप लोग हमारे बड़े है आज पेंशनर डे नही | फादर्स डे मदर्स डे है आप हमारे माता पिता है हमारे वरिष्ठ है आपलोग की मांग को लेकर मैं विधानसभा में बोलूंगा मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा, हमारी सरकार ने जो वादा किया है उसको पूरा किया है | मैंने एक वर्ष में 32 हजार लोगों को छत्तीसगढ़ सरकार से मुख्य सहायता योजना या खूब चन्द बघेल योजना से 34 हजार करोड़ रु लोगों को दिलवाया है वो चाहे स्वस्थ के लिये हो या अन्य कारणों के लिये हो और ये आंकड़े बढ़ेंगे, मैं आपके साथ हूं आपकी लड़ाई मेरी लड़ाई है हमारी सरकार आपके साथ है,

मरवाही विद्यायक कृष्णकुमार ध्रुव जी ने अपने उद्बोधन कहाँ की मैं हमेशा से ही मेरा लगाव और निष्ठा अपने वरिष्ठों पर रहा है और मैं हर मदद इनकी करूँगा एक भवन की मांग पर विद्यायक ने स्वीकृति प्रदान की और कहाँ पेंशनर भवन का निर्माण जल्दी होगा जिसमें आप लोग बैठक करेंगे |

वक्तव्य में जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज गुप्ता और पेंशनधारियों संग़ठन के शुक्ला यादव, शिव शंकर तिवारी और मरवाही से हरिशरण नहरेल और कार्यक्रम का संचालन जमालुदीन अंसारी ने किया | कार्यक्रम मे उपस्थित कांग्रेस बेचू सिंह अहिरेश पदाधिकारी में नारयण शर्मा राकेश मसीह हरीश राय बुंदकुवर सिंह अजय राय वीरेंद्र सिंह बघेल नारयण श्रीवास मनीष केसरी शुभम पेन्द्रों शुभम मिश्रा आयज खान उपस्थित थे

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