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कौन हैं वो तीन महिला IAS-IPS अधिकारी, जिन्होंने नहीं सुनी उन्नाव रेप पीड़िता की गुहार

एक मिसाल दी जाती है कि औरत ही औरत का दर्द समझती है. मगर, उन्नाव गैंगरेप केस में ऐसा होता हुआ नजर नहीं आया. यही वजह है कि रेप केस की जांच कर रही सीबीआई ने उन्नाव में उस दौरान डीएम और एसपी के पद पर रहीं तीन महिला अधिकारियों को भी लापरवाही का दोषी माना है. 

इन तीनों ही अधिकारियों को रेप पीड़िता की शिकायत को दरकिनार करने, मामले को दबाने जैसे आरोपों में दोषी पाया गया है. बता दें कि ये केस बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़ा है. सेंगर को पहले ही दोषी पाया जा चुका है और वो जेल में है. 

कौन हैं ये महिला अधिकारी

जिन तीन महिला अधिकारियों को लापरवाही को दोषी माना गया है वो हैं आईएएस अदिति सिंह, आईपीएस पुष्पांजलि देवी और आईपीएस नेहा पांडेय.

IAS अदिति सिंह
अदिति सिंह 2009 बैच की आईएएस हैं. उनका गृह जिला यूपी का बस्ती है. 16 अगस्त 1983 को अदिति सिंह का जन्म हुआ था. पॉलिटिकल साइंस में एम.फिल किया. 31 अगस्त 2009 को बतौर आईएएस उनकी नियुक्ति हुई यानी मसूरी की अकेडमी में ट्रेनिंग शुरू हुई. 11 अगस्त 2011 तक दोनों चरणों की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 12 अप्रैल 2012 को लखनऊ के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में अदिति को पहला चार्ज मिला. इसके बाद सीडीओ लखनऊ रहीं. 2 फरवरी 2013 को अदिति सिंह ने पहली बार डीएम का कार्यभार संभाला और पीलीभीत में रहीं. इसके बाद रायबरेली की डीएम रहीं, कुछ वक्त विशेष सचिव रहने के बाद जुलाई 2014 में अदिति सिंह को सुल्तानपुर डीएम का चार्ज मिला. 24 जनवरी 2017 को अदिति सिंह डीएम की पोस्ट संभालने के लिए उन्नाव पहुंचीं थी. हालांकि, उन्नाव में वो सिर्फ 25 अक्टूबर तक ही रह पाईं. यानी एक साल भी पूरा नहीं किया. लेकिन इसी दौरान उनके पास एक रेप पीड़िता अपनी गुहार लेकर गई तो उसे नहीं सुना गया. फिलहाल, हापुड़ डीएम की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. 

बीते अगस्त में ही अदिति सिंह के पिता धनंजय प्रसाद सिंह का देहांत हो गया. धनंजय प्रसाद भी आईएएस थे. धनंजय सिंह का परिवार मूल रूप से बस्ती जिले के मरवटिया गांव का रहने वाला था. अपने पिता को अदिति सिंह ने ही मुखाग्नि दी थी. 

IPS पुष्पांजलि देवी
पुष्पांजलि देवी 2006 बैच की आईपीएस हैं. ये मूल रूप से वाराणसी की रहने वाली हैं. 28 अगस्त 1980 को इनका जन्म हुआ था. जब उन्नाव गैंगरेप केस के दौरान इन्हें भी वहां की एसपी बनने का मौका मिला. लेकिन जब तत्कालीन विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ रेप पीड़िता अपनी गुहार लेकर इनके पास पहुंची तो सुनवाई नहीं की गई. इतना ही नहीं, जब पीड़िता के पिता की पिटाई से मौत का मामला गरमाया तो एसपी ने उसे भी दबाने की कोशिश की. फिलहाल, पुष्पांजलि गोरखपुर में रेलवे एसपी की जिम्मेदारी संभाल रही हैं.

IPS नेहा पांडेय
आईपीएस नेहा पांडेय 2009 बैच की आईपीएस हैं. 29 जनवरी 1985 को उनका जन्म हुआ था. मूलरूप से यूपी के अलीगढ़ की रहने वाली हैं. राजनीति की पढ़ाई की है. साथ ही अमेरिकन स्टडीज में एम.फिल भी किया है. 

फरवरी, 2016 में इन्हीं उन्नाव एसपी का चार्ज मिला था. इन पर भी उन्नाव की रेप पीड़िता की मदद न करने और लापरवाही बरतने का आरोप है. फिलहाल, ये प्रतिनियुक्ति पर आईबी में तैनात हैं. 

सीबीआई ने इन तीनों ही महिला अधिकारियों को लापरवाही का दोषी मान लिया है. अब सरकार को फैसला लेना है कि इनके खिलाफ कब और क्या विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

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