छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का पहला दिन, पूर्व मुख्यमंत्री को विधानसभा में नेता दे रहे श्रद्धांजलि…मुख्यमंत्री बोले – जीते जी मिथक बन गए थे अजीत जोगी
तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र की शुरूआत आज से हो गई है, मानसून सत्र के पहले दिन सर्वप्रथम दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई । छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को याद करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने उनसे जुड़ी कई सारी विशेषताओं का उल्लेख किया । नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी पूर्व सीएम अजीत जोगी को याद किया । मानसून सत्र के पहले दिन शहीद जवानों को भी श्रद्धांजलि दी गई ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे जीते जी मिथक बन गए थे, किदवंती बन गये थे. भाषण, लेखनी से प्रभावित हुई बिना कोई नहीं रह सकता था, उनके जाने से प्रदेश और सदन को अपूरणीय क्षति हुई है |
बता दें कि विधानसभा सत्र आज से शुरू हो गई है । इससे पहले विधानसभा कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई, बैठक में सत्र की कार्रवाई पर मंत्रणा की गई । इस बैठक में स्पीकर डॉ चरणदास महंत, सीएम भूपेश बघेल, संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे के साथ ही नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भी मौजूद रहे | इस दिन श्रद्धांजलि का उल्लेख के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी । वहीं 26, 27 और 28 तक ही चर्चा होगी ।
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने बताया कि 4 दिवसीय सत्र के लिए विधायकों ने 579 प्रश्न पूछेंगे. इनमें 304 तारांकित और 275 अतारांकित प्रश्न हैं. अभी तक 4 स्थगन, 98 ध्यानाकर्षण, 3 अशासकीय संकल्प और 7 शून्यकाल की सूचनाएं विधानसभा सचिवालय को मिल चुकी हैं.
आपको बता दें कि कोरोना काल में छत्तीसगढ़ विधानसभा ने बहुत एहतियात के साथ सत्र बुलाया गया है. सत्र में विधानसभा परिसर में केवल विधायकों को एंट्री मिलेगी. कोरोना जांच के बाद ही सबको प्रवेश दिया जाएगा. सत्र के दौरान तैनात पुलिसकर्मी 5 दिन विधानसभा परिसर में ही रहेंगे. विधायकों को चाय की जगह इन्यूनिटी बूस्ट करने वाला काढ़ा पिलाया जाएगा, साथ ही ऑक्सीजन, शुगर, बीपी मापक यंत्र भी विधायकों को दिए जाएंगे.
जानकारी के मुताबिक, सत्र में विधायकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए बैठक व्यवस्था को बदला गया है. तीन विधायकों के चेयर में केवल 2 ही विधायक बैठेंगे. एक विधायक से दूसरे विधायक की दूरी रखने के लिए कांच की दीवारें खड़ी की गई हैं. इससे कोरोना संक्रमण का खतरा एक से दूसरे विधायक तक नहीं हो होगा. विधायकों की सुरक्षा के लिए 11 नई कुर्सियां लगाई गई हैं.